वाशिंगटन : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका अपने चुनावों में किसी भी प्रकार के विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा. ट्रंप ने यह बात एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद कही, जिसमें अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप या हस्तक्षेप करने का प्रयास करने वाली विदेशी संस्थाओं के खिलाफ प्रतिबंध लगाने के अलावा अन्य तरह की कार्रवाई शुरू करने का प्रावधान है.
ट्रंप ने बुधवार को शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद एक बयान में कहा, ‘आज मैंने एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर अमेरिकी चुनाव प्रणाली की अखंडता को संरक्षित करने के लिए कदम उठाया है, ताकि हमारे चुनावों में किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप की पहचान तेजी से की जा सके और उन्हें दंडित करना सुनिश्चित हो सके. जैसा कि मैंने साफ कर दिया है कि अमेरिका अपने चुनावों में किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा.’
उन्होंने बताया कि शासकीय आदेश में खुफिया समूहों और अन्य संघीय एजेंसियों से अमेरिका में होने वाले हर चुनाव के बाद उसमें विदेशी हस्तक्षेप के दायरे का आकलन करने को कहा गया है. अगर अमेरिका यह निर्धारित करता है कि विदेशी हस्तक्षेप हुआ है, तो शासकीय आदेश में उसके खिलाफ तेज, उग्र और आनुपातिक प्रतिक्रिया देना सुनिश्चित किया गया है.
ट्रंप ने कहा कि खासतौर पर शासकीय आदेश उचित और अर्थपूर्ण प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता है, जिनमें से कुछ पूर्ण निरोध प्रतिबंध हैं, जबकि अन्य को कुछ खास तथ्यों के आधार पर जांचा एवं तैयार किया जायेगा – जैसे किसी व्यक्ति, विदेशी कंपनी या ऐसे देश के खिलाफ जो अमेरिकी चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप को निर्देशित, प्रायोजित या किसी तरह समर्थन देते हैं.
साथ ही यह राजकीय शाखा को अमेरिकी चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप का निर्धारण एवं आकलन के लिए एक समान प्रक्रिया विकसित करने का भी निर्देश देता है.
नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डैन कोट्स ने नये आदेश की घोषणा करते हुए कहा कि छह नवंबर को होने वाले अमेरिकी कांग्रेस के चुनाव से पहले ‘हमने न केवल रूस बल्कि चीन की तरफ से भी हस्तक्षेप’ के संकेत देखे हैं.