ढाका : बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों में रह रहे रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थियों के लिए भारत ने सोमवार को 11 लाख लीटर केरोसिन तेल और 20,000 स्टोव समेत अन्य राहत सामग्री दी. म्यांमार में पिछले साल सैन्य कार्रवाई के चलते काफी तादाद में रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश पलायन कर गये थे.
शरणार्थियों की मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शेख हसीना सरकार को दी गयी यह तीसरे चरण की सहायता है. इस बीच, बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शरणार्थी संकट में हस्तक्षेप करने और इस मुद्दे का समाधान करने के लिए म्यांमार पर दबाव डालने का आह्वान किया है.
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त से 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के रखाइन प्रांत से भाग कर बांग्लादेश आ गये. अगस्त में ही म्यांमार में सेना ने रोहिंग्या मुसलमानों के कथित आतंकवादी संगठनों के विरुद्ध अभियान चलाया था. ढाका में भारत के उच्चायुक्त हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री मुफज्जिल हुसैन चौधरी को कोक्स बाजार में 11 लाख लीटर केरोसिन तेल और 20,000 केरोसिन मल्टी विक स्टोव सौंपे.
भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश ने जो सहायता मांगी थी यह उसी के अनुसार है. किरोसीन तेल और स्टोव विस्थापित लोगों की ईंधन की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही बांग्लादेश में पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा. पिछले साल सितंबर में भारत ने पहली खेप की राहत सामग्री ‘ऑपरेशन इंसानियत’ के तहत भेजी थी. इसके बाद इस साल मई में राहत सामग्री भेजी गयी थी.