कुआलालंपुर : मलयेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक को करोड़ों डॉलर के गबन के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर आरोप है कि निवेश के लिए बनाये गये विशेष कोष ‘1एमबीडी’ से जुड़े 62.8 करोड़ डॉलर उनके निजी खातों में चले गये.
आरोप है कि नजीब और उनसे जुड़े लोगों ने निवेश कोष में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की. मई महीने में हुए चुनाव में उनकी सरकार की हार के कारणों में भ्रष्टाचार का आरोप प्रमुख था. उनके गठबंधन को महातिर मोहम्मद नीत गठबंधन से हार का सामना करना पड़ा था. प्रधानमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान महातिर (93) ने निवेश कोष में कथित हेराफेरी की जांच फिर से कराने का आदेश दिया था और नजीब को न्याय की जद में लाने का संकल्प जताया था. पिछली सरकार ने इस मामले को बंद कर दिया था. देश के भ्रष्टाचार विरोधी आयोग ने कहा कि निवेश कोष के लाखों डॉलर के गबन के आरोप में नजीब रज्जाक को गिरफ्तार किया गया है तथा उन्हें अदालत में और आरोपों का सामना करना पड़ेगा. आयोग ने कहा कि नजीब को गुरुवार को अदालत में पेश किया जायेगा.
इससे पहले नजीब पर पद का दुरुपयोग, आपराधिक विश्वासघात, भ्रष्टाचार और धनशोधन के आरोप लगाये जा चुके हैं. नजीब पर यह भी आरोप है कि सरकारी कोष से करोड़ों रिंगिट की राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की गयी. नजीब ने निवेश कोष (1एमबीडी) की स्थापना 2009 में की थी जब उन्होंने सत्ता संभाली थी. इस कोष का मकसद आर्थिक विकास को बढ़ावा देना था. लेकिन, इस कोष पर लाखों डाॅलर का कर्ज चढ़ गया. सीमा पार गबन और धनशोधन को लेकर इस मामले की अमेरिका और कई अन्य देशों में जांच की जा रही है.