TB उन्मूलन के लिए ‘यूएसएआईडी-इंडिया एंड टीबी अलायंस’ की घोषणा
न्यूयॉर्क : अमेरिका और भारत ने तपेदिक (टीबी) के प्रकोप से निबटने के लिए सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों के शीर्ष विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक गठबंधन बनाया है. अमेरिका के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआइडी) के प्रशासक मार्क ग्रीन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की उपस्थिति […]
न्यूयॉर्क : अमेरिका और भारत ने तपेदिक (टीबी) के प्रकोप से निबटने के लिए सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों के शीर्ष विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक गठबंधन बनाया है. अमेरिका के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआइडी) के प्रशासक मार्क ग्रीन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की उपस्थिति में न्यूयॉर्क में एक समारोह में ‘यूएसएआईडी-इंडिया एंड टीबी अलायंस’ गठित करने की घोषणा की.
ग्रीन ने कहा कि इस गठबंधन के विशेषज्ञ भारत में तपेदिक से लड़ने के लिए नवीन दृष्टिकोण प्रदान करेंगे. इसके सदस्यों में उद्योग, नागरिक समाज के अगुवा, शिक्षाविद्, वैज्ञानिक, नव प्रवर्तक, निवेशक और प्रवासी सदस्यों को शामिल किया गया है.
घोषणा के दौरान टीम के दो सदस्य, विश्व स्वास्थ्य संगठन की अधिकारी डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन और टीबी कार्यकर्ताओं के वैश्विक गठबंधन से ब्लेसिना कुमार उपस्थित थे.
ग्रीन ने कहा कि दुनिया भर के टीबी के मामलों में से 27 प्रतिशत मामले भारत के हैं, जहां इस बीमारी के कारण हर साल 4,21,000 लोगों को जान गंवानी पड़ती है. उन्होंने कहा कि हर मिनट में एक व्यक्ति दम तोड़ रहा है.
नवंबर में अपने भारत दौरे का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने टीबी बीमारी से उबरने वाले और उनके परिवारों के एक समूह से मुलाकात की और उनसे जांच एवं उपचार में आने वाली बाधाओं के बारे में जाना.
उन्होंने कहा, ‘भारत को लेकर आशावादी होने का कारण यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी, लेकिन दृढ़ प्रतिबद्धता जाहिर की है.’
ग्रीन ने बताया कि यूएसएआइडी ने शुरुआत में तीन करोड़ डॉलर की सहायता देने की बात कही है, जो अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी पर निर्भर होगी.