सामाजिक कार्य को विस्तार देना चाहते हैं भारतीय मूल के सांसद
सिंगापुर : सिंगापुर संसद में भारतीय मूल के हाल ही में दो मनोनीत सदस्यों ने संसद में अपने कार्यकाल के दौरान सामाजिक और श्रम कार्य को विस्तार करने का लक्ष्य रखा है. इन दोनों के नाम उन नौ लोगों में शामिल हैं, जिन्हें संसद के लिए मनोनीत किया गया है. सामुदायिक सेवा में बेहतरीन योगदान […]
सिंगापुर : सिंगापुर संसद में भारतीय मूल के हाल ही में दो मनोनीत सदस्यों ने संसद में अपने कार्यकाल के दौरान सामाजिक और श्रम कार्य को विस्तार करने का लक्ष्य रखा है. इन दोनों के नाम उन नौ लोगों में शामिल हैं, जिन्हें संसद के लिए मनोनीत किया गया है.
सामुदायिक सेवा में बेहतरीन योगदान देने वाले 48 नामित सदस्यों में से इन नौ लोगों का चयन किया गया है. इन लोगों की सेवा संसद के आधे कार्यकाल के लिए होगी. संसद का कार्यकाल पांच साल का होता है.
अब्बास अली मोहम्मद इरशाद (29) अपने छात्र जीवन से ही सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं. सिंगापुर में भारतीय समुदाय की शुक्रवार को प्रकाशित एक साप्ताहिक समाचार पत्र तबला ने इरशाद के हवाले से कहा है, ‘हम आज जो कुछ भी हैं अथवा जहां हैं, वहां तक पहुंचने में हमारे पूर्वजों ने काफी प्रयास किये हैं. हम शांति, समृद्धि और प्रगति को हल्के में नहीं ले सकते हैं.’
तमिल भाषी नेता को लगता है कि राजनीतिक उदासीनता एक मुद्दा है, जिसका सामना सिंगापुर के युवा कर रहे हैं. इसी तरह, 50 वर्षीय अरासु दुरईसामी कामगारों को फिर से प्रशिक्षित करने की वकालत करतेहैं.
सिंगापुर पोर्ट वर्कर्स यूनियन के महासचिव ने बताया, ‘मैं समझता हूं कि उद्योग में चुनौतियों से निबटने के लिए अपने श्रमिकों को पूरी तरह से प्रशिक्षित करने की जरूरत है.’
राष्ट्रपति हलीमा याकोब ने गुरुवार को एक समारोह के दौरान संसद के नौ नामित सदस्योंकी नियुक्ति की जानकारी दी. सदस्यों का शपथ ग्रहण अगले सप्ताह होगा.