वॉशिंगटन : डेमोक्रेट सदस्यों की मांग पर सहमत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उच्चतम न्यायालय के जज पद के लिए नामित उम्मीदवार ब्रेट कावानाह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की सीमित जांच के आदेश दिए हैं. ट्रंप के इस कदम से उच्चतम न्यायालय के जज के तौर पर कावानाह की नियुक्ति को मिली सीनेट की मंजूरी पर संशय पैदा हो गया है. एफबीआई से एक हफ्ते के भीतर जांच पूरी करने के लिए कहा गया है.
इसका मतलब है कि शीर्ष न्यायालय के जज पद पर कावानाह (53) की नियुक्ति में कम से कम एक हफ्ते की देरी होगी. ट्रंप ने शुक्रवार को ऐलान किया, ‘‘मैंने एफबीआई को आदेश दिए हैं कि जज कावानाह की फाइल अद्यतन करने के लिए एक अनुपूरक जांच करे.
उन्होंने कहा,’ सीनेट द्वारा किए गए अनुरोध के मुताबिक, यह सीमित होना चाहिए और एक हफ्ते के भीतर पूरा होना चाहिए.’ व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कावानाह ने जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया है.
कावानाह ने कहा, ‘इस पूरी जांच प्रक्रिया में एफबीआई ने मुझसे पूछताछ की है. मैंने सीनेट के सामने कई बार अपनी बात कही है. सीनेटरों और उनके वकीलों ने मुझसे जो भी सवाल पूछे, मैंने शपथ से बंधे होकर उनके हर सवाल के जवाब दिए. मैंने वह सबकुछ किया जिसका अनुरोध किया गया और मैं सहयोग करता रहूंगा.’
कम से कम तीन महिलाओं ने कावानाह पर नशे में धुत होकर यौन दुव्यर्वहार करने के आरोप लगाए हैं। गुरूवार को क्रिस्टीन ब्लेजी फोर्ड (51) ने सीनेट की न्यायपालिका समिति के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया और कावानाह द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न से जुड़े सवालों के जवाब दिए. सीनेट की समिति के समक्ष कावानाह ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप खारिज किए थे.