अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने की टैक्स की चोरी, न्यूयॉर्क टाइम्स का सनसनीखेज आरोप

वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष अखबार ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नेटैक्स चोरी के जरिये अपने पिता न्यूयॉर्क के जाने-माने बिल्डर फ्रेड सी ट्रंप की अरबों रुपये की संपत्ति हासिल की थी. ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ अखबार ने अपनी खबर में कहा कि ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान दावा किया था कि वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2018 10:44 AM

वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष अखबार ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नेटैक्स चोरी के जरिये अपने पिता न्यूयॉर्क के जाने-माने बिल्डर फ्रेड सी ट्रंप की अरबों रुपये की संपत्ति हासिल की थी.

‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ अखबार ने अपनी खबर में कहा कि ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान दावा किया था कि वह खुद के बल पर अरबपति बने हैं और वह लंबे समय से कहते रहे हैं कि उनके पिता फ्रेड ट्रंप से उन्हें कोई वित्तीय मदद नहीं मिली.

अखबार ने दावा किया, ‘लेकिन गोपनीय टैक्स रिटर्न के बहुत सारे दस्तावेजों और वित्तीय रिकॉर्डों के आधार पर द टाइम्स की जांच में पाया गया कि ट्रंप को अपने पिता के रियल एस्टेट के साम्राज्य से आज के हिसाब से कम से कम 41.3 करोड़ डॉलर मिले.’

अखबार ने दावा किया कि इसमें से ज्यादातर धनराशि ट्रंप को इसलिए मिली, क्योंकि उन्होंने अपने माता-पिता की टैक्स अदा करने से बचने में मदद दी.

उसने आरोप लगाते हुए कहा, ‘उन्होंने तथा उनके भाई-बहनों ने अपने पिता से तोहफे में मिली अरबों की संपत्ति छिपाने के लिए फर्जी कंपनी बनायी. रिकॉर्डों से पता चलता है कि ट्रंप ने लाखों रुपये के टैक्स को छिपाने में अपने पिता की मदद की.’

अखबार ने कहा, ‘उन्होंने अपने माता-पिता की रियल एस्टेट की संपत्तियों की कम कीमत आंकने की रणनीति बनाने में भी मदद की, जिससे जब ये संपत्तियां उन्हें तथा उनके भाई-बहनों को हस्तांतरित की गयी, तो काफी हद तक कर कम हो गया.’

व्हाइट हाउस ने इस खबर पर नाराजगी जतायी है और न्यूयॉर्क टाइम्स से माफी मांगने को कहा है. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने कहा, ‘फ्रेड ट्रंप को गये करीब 20 साल हो गये और नाकाम न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा ट्रंप परिवार के खिलाफ यह भ्रामक हमले करना दुखद है.’

उन्होंने कहा, ‘कई दशक पहले इंटरनेट राजस्व सेवा ने इस लेन-देन की समीक्षा की थी और इन पर हस्ताक्षर किये थे. द न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य मीडिया संस्थानों की अमेरिकी लोगों में विश्वसनीयता सबसे निचले स्तर पर चली गयी है, क्योंकि ये खबरें देने की बजाय चौबीसों घंटे राष्ट्रपति और उनके परिवार पर हमले करने में लगे हुए हैं.’

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