वाशिंगटन : विश्व बैंक ने कई भारतीय कंपनियों और लोगों को दुनिया भर की अपनी विभिन्न परियोजनाओं से प्रतिबंधित कर दिया है. विश्व बैंक ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी.
विश्व बैंक ने हालिया वार्षिक रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि उसने धोखाधड़ी तथा फर्जीवाड़े के कारण ओलिव हेल्थ केयर और जय मोदी को प्रतिबंधित किया है.
ये दोनों बांग्लादेश में विश्व बैंक की एक परियोजना पर काम कर रहे थे.
ओलिव हेल्थ केयर को 10 साल छह महीने के लिए तथा जय मोदी को सात साल छह महीने के लिए प्रतिबंधित किया गया है.
विश्व बैंक ने इनके अलावा एंजलिक इंटरनेशनल लिमिटेड को साढ़े चार साल के लिए प्रतिबंधित किया है.
कंपनी इथियोपिया और नेपाल में विश्व बैंक की परियोजना पर काम कर रही थी.
अर्जेंटीना और बांग्लादेश में विश्व बैंक की परियोजना पर काम कर रही फैमिली केयर को चार साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है.
इनके अलावा मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को दो साल के लिए और आरकेडी कंस्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड को डेढ़ साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है. दोनों कंपनियां देश में ही विश्व बैंक की परियोजना पर काम कर रही थीं.
एक साल से कम समय के लिए प्रतिबंधित की गयी भारतीय कंपनियों में तात्वे ग्लोबल एनवायर्नमेंट प्राइवेट लिमिटेड, एसएमइसी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और मैकलॉड्स फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड शामिल हैं.
विश्व बैंक ने कुल 78 कंपनियों पर रोक लगायी है. इनके अतिरिक्त पांच कंपनियां पर शर्तों के साथ प्रतिबंध लगा है.