इस्लामाबाद : अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को चालू वित्त वर्ष में ब्याज दरें बढ़ाकर 10 फीसदी के ऊपर रखने और पाकिस्तानी रुपये को डॉलर के मुकाबले का कम से कम 15 फीसदी तक अवमूल्यन करने का सुझाव दिया है. मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गयी है. आईएमएफ पाकिस्तान द्वारा हाल में वित्तीय और मौद्रिक समायोजन से संतुष्ट नहीं है.
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यह रिपोर्ट ऐसे समय आयी है, जब नकदी संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अपने दोस्त देशों सऊदी अरब और चीन से वित्त का प्रबंध करने का प्रयास कर रहा है, ताकि उसे आईएमएफ के पास मदद के लिए नहीं जाना पड़े. खबरों में कहा गया है कि पाकिस्तान को विदेशी भुगतान संकट से बचने के लिए 20 अरब डॉलर तक की जरूरत है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने वित्त मंत्रालय के उच्चपदस्थ सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि यहां बातचीत के दौरान पाकिस्तान के हालिया वित्तीय और मौद्रिक समायोजन को अपर्याप्त बताया है.