वाशिंगटन : अमेरिका द्वारा आतंकवाद निरोध के लिए यहां जारी की गयी नयी राष्ट्रीय रणनीति में पाकिस्तान से संचालित दो आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के अतिरिक्त बोको हराम की पहचान अमेरिका के लिए संभावित खतरे के तौर पर की गयी है.
व्हाइट हाउस द्वारा गुरुवार को जारी आतंकवाद निरोध के लिए राष्ट्रीय रणनीति में कहा गया है कि आइएसआइएस और अल कायदा के अलावा कई अन्य कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी संगठन स्थानीय रूप सेकेंद्रित विद्रोहियों या आतंकवादी अभियानों को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं, जबकि वे अमेरिकी नागरिकों और विदेश में उसके हितों के लिए संभावित खतरा बने हुए हैं.
इसके अनुसार, ‘इन संगठनों के अलावा बोको हराम, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा स्थानीय सरकारों को कमजोर करने तथा हमले करने के लिए राजनीतिक एवं आतंकवादी हथकंडा अपना रहे हैं.’
रणनीति के अनुसार, सीमित संसाधन या राजनीतिक कारणों के चलते ये संगठन अमेरिकी सरजमीं या अमेरिकी हितों के खिलाफ हमले की जगह संभवत: क्षेत्रीय लक्ष्यों को प्राथमिकता देंगे.
रणनीति के अनुसार, ‘इनमें से कई संगठन अमेरिका के लिए खतरा बने हुए हैं. हालांकि वे दुनिया भर में अपने समर्थकों का नेटवर्क बनाये रखने में कामयाब भी रहे हैं और आइएसआइएस या अल कायदा के साथ उनके संबंध बरकरार हैं, जो अमेरिकी हितों के लिए उनके संभावित खतरे को रेखांकित करते हैं.’
रणनीति में कहा गया है कि कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी अमेरिका और उसके अहम राष्ट्रीय हितों के लिए प्राथमिक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी बने हुए हैं. इसके अनुसार, प्रमुख आतंकवादी संगठन खासकर आइएसआइएस और अल कायदा ने बार-बार अमेरिका और उसके हितों पर हमले की अपनी मंशा जाहिर की है.
ये संगठन नये हमलों को अंजाम देने की साजिश रचते रहते हैं और इन्होंने अमेरिका के अंदर अतिसंवेदनशील लोगों को हिंसक अपराध करने के लिए उकसाया है.