किम से मिले पोंपिओ, अमेरिका-उत्तर कोरिया दूसरी बार वार्ता को राजी
सोल : उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन यथाशीघ्र अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दूसरी वार्ता करने पर राजी हो गये हैं. दक्षिण कोरिया ने रविवार को यह जानकारी दी. दक्षिण के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपिओ ने कहा है कि यथाशीघ्र ही […]
सोल : उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन यथाशीघ्र अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दूसरी वार्ता करने पर राजी हो गये हैं. दक्षिण कोरिया ने रविवार को यह जानकारी दी. दक्षिण के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपिओ ने कहा है कि यथाशीघ्र ही दूसरी अमेरिका-उत्तर कोरिया वार्ता करने पर उनकी और चेयरमैन किम के बीच सहमति बनी है.
पोंपिओ ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन से कहा कि दोनों पक्ष दूसरी वार्ता के लिए सयम और जगह तय करने पर लगातार बातचीत करने पर राजी हैं. रविवार को प्योंगयोंग में किम से भेंट के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से मिले थे. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपिओ ने सोल पहुंचने के पहले रविवार को प्योंगयोंग में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ वार्ता में हुई प्रगति की सराहना की. अमेरिकी विदेश मंत्री ने उत्तर कोरिया की राजधानी में रविवार की सुबह किम से करीब दो घंटे तक बातचीत की. बैठक में परमाणु निरस्त्रीकरण और अमेरिका-उत्तर कोरिया के बीच दूसरे शिखर सम्मेलन पर वार्ता होने की संभावना थी. दोनों नेताओं ने साथ में भोजन भी किया.
पोम्पिओ ने ट्वीट किया, चेयरमैन किम से मुलाकात के लिए प्योंगयोंग के लिए यात्रा अच्छी रही. उन्होंने कहा, हमने सिंगापुर वार्ता में हुए समझौते पर प्रगति की है. पोंपिओ चौथी बार उत्तर कोरिया गये. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच पहली मुलाकात के लिए जून में सिंगापुर में किम से मुलाकात की थी. सुबह की बैठक के बाद दुभाषिये के जरिये पोंपिओ से बात करते हुए किम ने अच्छी बैठक के लिए उनकी सराहना की. उन्होंने कहा, दोनों देशों के लिए बहुत अच्छा दिन रहा. इससे अच्छे भविष्य की उम्मीदें हैं.
रविवार की चर्चा का विवरण फिलहाल उपलब्ध नहीं है. लेकिन, बैठक के पहले पोंपिओ ने ट्वीट किया था कि चेयरमैन किम और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच जतायी गयी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए काम जारी रहेगा. तोक्यो की उड़ान के दौरान पोंपिओ ने कहा कि उनका लक्ष्य शांति की तरफ बढ़ते हुए अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच पर्याप्त विश्वास विकसित करना है.