वाशिंगटन : अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के नवनियुक्त न्यायाधीश ब्रेट कावानाह का कहना है कि नियुक्ति की पुष्टि से पहले के घटनाक्रमों को लेकर उनके दिल में कोई ‘कड़वाहट नहीं’ है और वह देश के अन्य न्यायाधीशों के साथ मिलजुल कर काम करेंगे. सप्ताहांत पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बनने के बाद सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में कावानाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में नौ लोगों की टीम है और मैं इस टीम के साथ हमेशा मिलजुल कर काम करूंगा.
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उन्होंने कहा कि सीनेट की पुष्टि की प्रक्रिया विवादास्पद और भावुक थी. वह प्रक्रिया खत्म हो गयी है. उन्होंने कहा कि अब मेरा ध्यान सर्वश्रेष्ठ न्यायाधीश बनने पर है. मैं कृतज्ञता से यह पद लेता हूं और मेरे दिल में कोई कड़वाहट नहीं है. इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की प्रक्रिया के दौरान कावानाह और उनके परिवार को हुए भयानक दुख उन्हें पहुंची. पीड़ा के लिए सभी देशवासियों की ओर से उनसे माफी मांगी. उन्होंने सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में कहा कि हमारे देश की तरफ से मैं ब्रेट और पूरे कावानाह परिवार से उन्हें मिले भयानक दुख और पीड़ा के लिए माफी मांगता हूं.
बता दें कि कावानाह पर कई महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाये हैं. उन पर सबसे पहले आरोप लगाने वाली प्रोफेसर क्रिस्टीन ब्लाजी फोर्ड ने सीनेट की न्यायिक समिति के समक्ष अपना मामला रखा था. हालांकि, एफबीआई ने अपनी जांच में कावानाह को क्लीन चिट दे दी. क्रिस्टिन फोर्ड नाम की एक प्रोफेसर ने कावानाह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा था कि करीब 36 साल पहले हाई स्कूल में एक पार्टी के दौरान कावानाह ने उनके कपड़े उतारने की कोशिश की थी.
उधर, कावानाह ने इन आरोपों को खारिज किया था. जज कावानाह ने वाइट हाउस के जरिये जारी किये गये एक बयान में कहा था कि 35 साल पहले की यह कथित घटना कभी नहीं हुई. उस वक्त मुझे जानने वाले लोग जानते हैं कि ऐसा नहीं हुआ और उन्होंने ऐसा कहा भी है. यह दुर्भावनापूर्ण और स्पष्ट है.