अमेरिका के राष्ट्रपति ने माना, अफवाह नहीं है जलवायु परिवर्तन
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जलवायु परिवर्तन को अफवाह बताने वाले अपने पुराने दावे से रविवार को पलट गये, लेकिन उन्होंने कहा कि यह मानवजनित और इसका स्थायी प्रभाव नहीं है. जलवायु में ‘फिर परिवर्तन’ होगा. सीबीएस न्यूज के ‘60 मिनट’ के साथ साक्षात्कार में ट्रंप ने वैज्ञानिकों के पास ‘बड़ा राजनीतिक एजेंडा’ […]
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जलवायु परिवर्तन को अफवाह बताने वाले अपने पुराने दावे से रविवार को पलट गये, लेकिन उन्होंने कहा कि यह मानवजनित और इसका स्थायी प्रभाव नहीं है. जलवायु में ‘फिर परिवर्तन’ होगा.
सीबीएस न्यूज के ‘60 मिनट’ के साथ साक्षात्कार में ट्रंप ने वैज्ञानिकों के पास ‘बड़ा राजनीतिक एजेंडा’ होने का आरोप लगाया और दोहराया कि जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिहाज से काम करते हुए वह अमेरिका को नुकसान की स्थिति में नहीं देखना चाहते हैं. अमेरिका ग्रीन हाउस गैसों का दूसरा सबसे बड़ा उत्सर्जक है.
यह पूछने पर कि क्या वह अभी भी जलवायु परिवर्तन को अफवाह मानते हैं, ट्रंप ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ हो रहा है. कुछ बदल रहा है और उसमें दोबारा बदलाव होगा. मुझे नहीं लगता कि यह अफवाह है, मुझे लगता है कि संभवत: कुछ फर्क है. लेकिन मुझे नहीं पता है कि यह मानवजनित है.’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं यही कहूंगा. मैं हजारों-हजार अरब डॉलर नहीं देना चाहता. मैं लाखों-करोड़ों नौकरियां नहीं गंवा सकता. मैं नुकसान की स्थिति में नहीं आना चाहता.’
जलवायु परिवर्तन को कभी अफवाह बताने वाले ट्रंप ने जून, 2017 में अमेरिका को पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकाल लिया था. उनका दावा था कि 190 से ज्यादा देशों के बीच हुए पेरिस समझौते में भारत और चीन जैसे देशों को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया गया है, जबकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और नौकरियों को इससे खतरा है.