इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तीन नवंबर को चीन की अपनी पहली यात्रा पर जायेंगे. इस दौरान वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग तथा अन्य प्रमुख नेताओं से मिलेंगे तथा रक्षा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के उपायों के साथ-साथ विवादों में घिरी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजनाओं (सीपीईसी) पर चर्चा कर सकते हैं.
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मीडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री खान की तीन नवंबर से चीन की यात्रा अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के अधिकारियों के पाकिस्तान की यात्रा पर आने से पहले होगी. आईएमएफ के अधिकारी नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए सहायता पैकेज पर औपचारिक चर्चा के लिए आ रहे हैं. वित्त मंत्री असद उमर ने पिछले सप्ताह कहा कि आईएमएफ प्रतिनिधिमंडल के सात नवंबर को पाकिस्तान आने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति के लिए सीपीईसी परियोजना के कर्ज को जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, चीन और पाकिस्तान दोनों ने इसे खारिज किया है. इमरान खान के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी तीसरी विदेश यात्रा है. इससे पहले वह सऊदी अरब और वहां से संयुक्त अरब अमीरात गये थे.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री खान तीन नवंबर को तीन दिवसीय यात्रा पर चीन पहुचेंगे और आर्थिक तथा रक्षा सहयोग के साथ साथ सीपीईसी परियोजनाओं पर चर्चा कर सकते हैं. इसमें कहा गया है कि वह पांच नवंबर को शंघाई में चीनी अंतरराष्ट्रिय आयात निर्यात 2018 में भी भाग लेंगे. खान को चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने चीन की यात्रा के लिये आमंत्रित किया था.