H1B वीजा जारी करने में गड़बड़ी करने पर अमेरिकी एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
वाशिंगटन : सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की एक हजार से अधिक छोटी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक समूह ने अमेरिका की आव्रजन एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. यह मुकदमा तीन साल से कम अवधि के लिए एच1बी वीजा जारी करने को लेकर किया गया है. आम तौर पर एच1बी वीजा तीन साल से […]
वाशिंगटन : सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की एक हजार से अधिक छोटी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक समूह ने अमेरिका की आव्रजन एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. यह मुकदमा तीन साल से कम अवधि के लिए एच1बी वीजा जारी करने को लेकर किया गया है. आम तौर पर एच1बी वीजा तीन साल से छह साल के लिए जारी किया जाता है. इस वीजा के तहत अमेरिकी कंपनियां विशेषज्ञता वाले विशिष्ट कार्य के लिए विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करती हैं.
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टेक्सास के डलास स्थित समूह आईटीसर्व अलायंस ने 43 पन्नों के मुकदमे में आरोप लगाया है कि आव्रजन एजेंसी ने तीन साल से कम अवधि के लिए एच1बी वीजा देना शुरू किया है. उसने कहा कि ये वीजा कई बार महज कुछ दिन या महीने के लिए ही वैध होते हैं. कुछ मामलों में मंजूरी मिलने से पहले ही इसकी अवधि समाप्त हो जाती है.
समूह ने मुकदमे में कहा है कि आव्रजन एजेंसी के पास मौजूदा नियमनों की गलत व्याख्या करने और वीजा की अवधि को कम करने का अधिकार नहीं है. अमेरिकी आव्रजन एजेंसी के खिलाफ यह आईटीसर्व का दूसरा मुकदमा है.