वॉशिंगटन : कैलिफोर्निया के सैंटा बारबरा चिड़ियाघर में अपनी सहेली लिटिल मैक के साथ पिछले 46 साल से रह रही ‘सुजाता’ नामक भारतीय हथिनी की मंगलवार की रात मृत्यु हो गयी. ‘सुजाता’ (47) की मौत उसकी 46 वर्षीय सहेली लिटिल मैक के साथ साथ चिड़ियाघर के सभी कर्मचारियों और उससे मिलने आने दर्शकों के लिए भी दुखदायी है.
बढ़ती उम्र के कारण सुजाता को पिछले तीन साल से काफी परेशानियां हो रही थीं. तमाम दवाओं और इलाज के बावजूद कोई फायदा नहीं हो रहा था. पिछले दो सप्ताह में उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने पर चिड़ियाघर ने उसकी पीड़ा का अंत करने का फैसला लिया. मंगलवार की रात सुजाता को मौत की नींद सुला दिया गया.
चिड़ियाघर के सीईओ रिच ब्लॉक ने बताया कि सुजाता की मौत के तुरंत बाद उसकी सहेली लिटिल मैक को उसके पास जाने दिया गया ताकि वह समझ सके कि अब सुजाता नहीं है. चिड़ियाघर की वेबसाइट पर पोस्ट बयान में ब्लॉक ने कहा है कि सुजाता की मौत पिछले 20 साल में उनके लिए शायद सबसे मुश्किल घड़ी है. सुजाता और लिटिल मैक को 1972 में भारत से कैलिफोर्निया लाया गया था. तब से दोनों यहीं थीं.
ब्लॉक का कहना है कि सुजाता को मौत की नींद सुलाने का फैसला बहुत मुश्किल था. वह वर्षों से देखभाल करने वाले कर्मचारियों के बेहद करीब थी. उनका कहना है कि सुजाता का जाना सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि लिटिल मैक के लिए भी बेहद दुखद है. ब्लॉक का कहना है कि अब हमारा मुख्य काम लिटिल मैक की देखभाल करना और यह सुनिश्चित करना है कि उसे इस स्थिति में हरसंभव मदद मिल सके। हम उसके भविष्य से संबंधित विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं.