तोक्यो : चीन द्वारा विदेशी अपशिष्ट आयात को स्वीकार करना बंद किये जाने के बाद जापान में इसके प्रसंस्करण की सीमित क्षमता के चलते प्लास्टिक कचरे का ढेर लग गया है. जापान के पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि लगभग एक चौथाई प्रमुख क्षेत्रीय और नगरपालिका प्रशासनों द्वारा कराये गये सर्वेक्षण में प्लास्टिक कचरों के जमा होने की बात सामने आयी, जिसमें कहा गया कि कभी-कभी तो यह स्वच्छता मानकों को भी पार कर जा रहा है.
सौ से अधिक स्थानीय सरकारों और 175 अपशिष्ट प्रसंस्करण फर्मों के मुताबिक, अपशिष्ट प्लास्टिक की प्रसंस्करण की लागत बढ़ रही है. चीन ने इसे स्वीकार करना बंद कर दिया है, जिसके बाद विश्व के विकासशील देश भी प्लास्टिक कचरे के प्रसंस्करण करने के लिए घबरा रहे हैं.
विज्ञान पत्रिका एडवांसेज में छपे एक शोध के मुताबिक, वर्ष 1992 के बाद से विश्व भर के प्लास्टिक कचरे का करीब तीन-चौथाई हिस्सा सिर्फ चीन और हांगकांग में पहुंचा, जिसका निस्तारण वहां किया गया. लेकिन, इस साल जनवरी से चीन ने अपनीनयी पर्यावरण नीति के अनुसार अधिकांश पेपर और प्लास्टिक कचरे को लेना बंद कर दिया है.
प्रतिबंध से पहले, जापान हर साल करीब 15 लाख टन प्लास्टिक कचरा निर्यात करता था, जिसका ज्यादातर हिस्सा चीन में जाता था.