ब्रसेल्स: यूरोपीय संघ की शीर्ष राजनयिक फेड्रिका मोघेरिनी ने सऊदी अरब के आलोचक पत्रकार जमाल खशोगी की ‘बेहद परेशान’ करने वाली हत्या की विस्तृत जांच और इसके पीछे के जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने की मांग की.
यूरोपीय संघ का यह बयान तब आया है, जब इससे पहले फ्रांस और जर्मनी जैसे सदस्य देशों ने खशोगी की हत्या की निंदा की. इससे पहले सऊदी अरब ने स्वीकार किया कि इस्तांबुल स्थित उसके वाणिज्य दूतावास के भीतर खशोगी की हत्या कर दी गयी.
मोघेरिनी की ओर से शनिवार को जारी बयान में कहा गया, ‘जमाल खशोगी की मौत को लेकर सामने आ रही स्थितियां काफी परेशान करने वाली हैं, जिसमें दूतावास संबंधों पर 1963 की विएना संधि का हैरान करने वाला उल्लंघन शामिल है.’
इसमें कहा गया, ‘अपने साझेदारों की तरह यूरोपीय संघ विस्तृत, विश्वसनीय और पारदर्शी जांच की जरूरत पर जोर देता है, जो हत्या की परिस्थितियों पर तस्वीर स्पष्ट करे और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पूर्ण जवाबदेही तय हो.’
यूरोपीय संघ ने खशोगी के परिवार तथा दोस्तों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और पत्रकार के काम की प्रशंसा की. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि जो भी खशोगी की मौत के लिए जिम्मेदार है, उसे सजा देनी चाहिए और उन्होंने रियाद से ‘पारदर्शिता’ बरतने की अपील की.
मर्केल और विदेश मंत्री हीको मास ने शनिवार को एक संयुक्त बयान में कहा, ‘जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें अपने कृत्यों के लिए जवाब देना होगा.’
बयान में कहा गया है, ‘हम उनकी मौत की परिस्थितियों पर सऊदी अरब से पारदर्शिता बरतने की उम्मीद करते हैं.’