काबुल : अफगानिस्तान में पिछले हफ्ते उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक में तालिबान के हमले में एक अमेरिकी जनरल जख्मी हो गये, जबकि एक शक्तिशाली अफगान पुलिस और खुफिया प्रमुख की मौत हो गयी. अफगानिस्तान में नाटो मिशन ने सोमवार को यह जानकारी दी.
अफगान सुरक्षा बलों की वर्दी पहने एक बंदूकधारी ने बैठक में मौजूद लोगों पर गोलीबारी की जिसमें ब्रिगेडियर जनरल जेफरी स्माइली समेत 13 लोग जख्मी हो गये. इस बैठक में अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटो के शीर्ष कमांडर जनरल स्कॉट मिल्लर भी थे. कंधार के प्रांतीय गवर्नर के किलेबंद परिसर में हुए हमले में मिल्लर सुरक्षित हैं. इस हमले में पुलिस प्रमुख जनरल अब्दुल राजिक, प्रांत के खुफिया विभाग के प्रमुख और एक अफगान पत्रकार की भी मौत हुई है. राजिक को दक्षिण में विद्रोह पर लगाम कसने का श्रेय जाता है. तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि मिल्लर तथा राजिक उसके निशाने पर थे. हालांकि, अमेरिका के अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि अमेरिकी जनरल तालिबान का निशाना थे.
अफगानिस्तान में नाटो के रेजुलेट सपोर्ट ने पुष्टि की है कि स्माइली जख्मी हैं, लेकिन उनकी जान को खतरा नहीं है. वह इलाज के लिए जर्मनी में हैं. ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने रविवार को एक रिपोर्ट में बताया था कि अफगानिस्तान में नाटो सैन्य सलाहकार मिशन के प्रभारी अमेरिकी सेना के ब्रिगेडियर को गुरुवार को हुए हमले में कम से कम एक गोली लगी. अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के प्रवक्ता कर्नल डेविड बटलर ने शुरुआत में टि्वटर पर पुष्टि की कि तीन अज्ञात लोग घायल हुए हैं. बाद में उन्होंने ब्रिगेडियर के घायल होने की पुष्टि की.