संयुक्त राष्ट्र ने श्रीलंका के राष्ट्रपति से कहा, जितनी जल्दी संभव हो संसद में मतदान की अनुमति दें
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने श्रीलंका के मौजूदा राजनीतिक संकट पर चिंता जताते हुए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से अनुरोध किया है कि वह संसदीय प्रक्रिया में लौट आएं और ‘‘जितनी जल्दी संभव” हो संसद में मतदान की अनुमति दें. सिरिसेना द्वारा पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को पद से हटाए जाने […]
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने श्रीलंका के मौजूदा राजनीतिक संकट पर चिंता जताते हुए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से अनुरोध किया है कि वह संसदीय प्रक्रिया में लौट आएं और ‘‘जितनी जल्दी संभव” हो संसद में मतदान की अनुमति दें. सिरिसेना द्वारा पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को पद से हटाए जाने और उनकी जगह महिन्दा राजपक्षे को प्रधानमंत्री बनाए जाने के साथ ही देश में राजनीतिक संकट की शुरूआत हुई .
गुतारेस के कार्यालय ने शुक्रवार को बताया कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सिरिसेना से एक नवंबर को फोन पर बात की और उनसे कहा कि वह द्वीपीय देश में हो रहे घटनाक्रम पर गंभीरता से नजर रख रहे हैं. उसके अनुसार, गुतारेस ने हालात को संभालने के लिए सभी पक्षों के बीच बातचीत की मध्यस्थता करने की भी पेशकश की. उन्होंने शांति, सुरक्षा और विधि के शासन के लिए सम्मान सुनिश्चित करने की श्रीलंका सरकार की जिम्मेदारियों पर बात की.
महासचिव ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि, जितनी जल्दी संभव हो वह संसदीय प्रक्रिया में लौटें और संसद को मतदान करने का अधिकार दें. इस राजनीतिक तनाव के बीच श्रीलंका में संयुक्त राष्ट्र की रेंजिडेंट समन्वयक हना सिंगर ने सिरिसेना और संसद के अध्यक्ष कारू जयसूर्या से भेंटकर उन्हें गुतारेस का संदेश दिया. जयसूर्या और सिरिसेना में शुक्रवार को सहमति बनी कि संसद का सत्र सात नवंबर को बुलाया जाए.