वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि तेल कीमतों को नीचे रखने में ‘मदद’ मांगे जाने पर उन्होंने भारत और सात अन्य देशों को ईरान से तेल के आयात की अस्थायी छूट दी है. अमेरिका ने सोमवार को ईरान पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लागू किया है. उसका उद्देश्य ईरान सरकार के ‘व्यवहार’ में बदलाव लाना है. इन प्रतिबंधों के तहत ईरान से बैंकिंग और तेल कारोबार को शामिल किया गया है और वहां तेल आयात बंद न करने वाले देशों और कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई तथा जुर्माना लगाने के प्रावधान हैं.
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अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपिओ भारत, चीन, इटली, यूनान, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और तुर्की को इन प्रतिबंधों से अस्थायी छूट देने की औपचारिक घोषणा पहले ही कर चुके हैं. ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैंने तेल को लेकर कुछ देशों को छूट दी है. उन्होंने थोड़ी सहूलियत देने का आग्रह किया था, जिसके बाद मैंने थोड़ा-बहुत कुछ किया.
राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने यह इसलिए भी किया, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि तेल के दाम 100 या 150 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि मैं उन्हें (तेल की कीमतों) को नीचे ला रहा हूं. अगर आप तेल की कीमतों पर निगाह डालें, तो पायेंगे कि पिछले कुछ महीनों में उनमें उल्लेखनीय कमी आयी है. ट्रंप ने कहा कि आने वाले समय में प्रतिबंध ‘अधिक कड़े’ हो सकते हैं, लेकिन वह नहीं चाहते हैं कि इसका कोई प्रभाव तेल की वैश्विक कीमतों पर पड़े. इसका कारण यह है कि वह उसे टैक्स समझते हैं, मगर टैक्स पसंद नहीं करते.