श्रीलंका में विपक्षी दल ने फेसबुक से यूजर्स की पहचान सुरक्षित रखने को कहा
कोलंबो : श्रीलंका की सबसे बड़ी सियासी पार्टी ने शनिवार को फेसबुक से कहा कि वह उसके समर्थकों की पहचान सुरक्षित रखे क्योंकि उसे ‘‘अवैध” सरकार से कार्रवाई का डर है . श्रीलंका में पिछले महीने से सियासी संकट चल रहा है जहां दो लोग प्रधानमंत्री होने का दावा कर रहे हैं, सांसद संसद में […]
कोलंबो : श्रीलंका की सबसे बड़ी सियासी पार्टी ने शनिवार को फेसबुक से कहा कि वह उसके समर्थकों की पहचान सुरक्षित रखे क्योंकि उसे ‘‘अवैध” सरकार से कार्रवाई का डर है . श्रीलंका में पिछले महीने से सियासी संकट चल रहा है जहां दो लोग प्रधानमंत्री होने का दावा कर रहे हैं, सांसद संसद में हंगामा कर रहे हैं और प्रशासन पंगु बना हुआ है. यह पूरा मामला 26 अक्टूबर को शुरू हुआ जब राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया और उनकी जगह पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया.
संसद में इस हफ्ते हंगामाखेज स्थिति रही जहां राजपक्षे को दो अविश्वास प्रस्तावों में शिकस्त का सामना करना पड़ा लेकिन वह पद छोड़ने से इनकार कर रहे हैं और सिरिसेना ने इन प्रस्तावों को अभी मंजूर नहीं किया है. विक्रमसिंघे की युनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) ने शनिवार को फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग से कहा कि अमेरिकी संस्था राजपक्षे प्रशासन का सहयोग न करे.
यूएनपी ने कहा, ‘‘हमनें फेसबुक से अनुरोध किया कि वह अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की जानकारी अवैध सरकार के किसी अधिकारी से साझा करने से बचे जब तक कि इसके लिये अदालत द्वारा उचित अनुमति न दी गई हो.” यूएनपी ने यह शिकायत भी की कि विक्रमसिंघे के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिये बृहस्पतिवार को आयोजित विशाल रैली से पहले फेसबुक ने उसका आधिकारिक पेज भी ब्लॉक कर दिया है.