पाकिस्तानी विदेश मंत्री के बदल गये बोल, कहा- इमरान खान की गुगली था करतारपुर का कार्यक्रम
इस्लामाबाद : करतारपुर काॅरिडोर का पाकिस्तान में शिलान्यास होने के एक दिन बाद ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बोल बदल गये हैं. इस कार्यक्रम के दौरान भले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शांति, दोस्ती आैर तरक्की की बात की हो, मगर इसके 24 घंटे के बाद उनके विदेश मंत्री […]
इस्लामाबाद : करतारपुर काॅरिडोर का पाकिस्तान में शिलान्यास होने के एक दिन बाद ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बोल बदल गये हैं. इस कार्यक्रम के दौरान भले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शांति, दोस्ती आैर तरक्की की बात की हो, मगर इसके 24 घंटे के बाद उनके विदेश मंत्री अपना असली चेहरा दिखाते हुए साफ कर दिया कि इस कार्यक्रम के पीछे पाकिस्तान की सही मायने में मंशा क्या है. इमरान सरकार के 100 दिन का कार्यकाल पूरे होने के मौके पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि दरअसल, करतारपुर का कार्यक्रम इमरान खान की गुगली थी.
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इस कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने भारत को अफगानिस्तान के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पड़ोसी बताया. उन्होंने कहा कि इमरान खान ने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के साथ ही दोस्ती का हाथ बढ़ाया था. उन्होंने खत लिखा कि आप आइए, मिल-बैठकर बात करें आैर वे (भारत के प्रतिनिधि) न्यू यॉर्क में मिलने पर राजी भी हो जाते हैं, लेकिन लगता है कि इस मुलाकात में वहां (भारत) की सियासत आड़े आ गयी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने आगे कहा कि आपने देखा और दुनिया ने भी देखा कि कल इमरान खान ने करतारपुर की गुगली फेंक दी और उस गुगली का नतीजा क्या हुआ कि जो हिंदुस्तान मिलने से कतरा रहा था, उसे दो मंत्रियों को भेजना पड़ा. वे पाकिस्तान आये. गुरुवार को इमरान सरकार ने आम चुनाव में जीत के बाद अपने शुरुआती 100 दिन पूरे कर लिये. इसी मौके पर कुरैशी ने क्रिकेट की शब्दावली का इस्तेमाल करते हुए कहा कि इमरान ने एक गुगली डाली और भारत ने दो मंत्रियों को पाकिस्तान भेज दिया.
कुरैशी की यह टिप्पणी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के एक दिन पहले दिये उस बयान पर आयी है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के साथ वार्ता फिर से शुरू करने की संभावना को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि पाकिस्तान जब तक भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को नहीं रोकता, तब तक बातचीत नहीं की जा सकती.
इससे पहले पाकिस्तान ने बुधवार को करतारपुर कार्यक्रम के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी आमंत्रित किया था, लेकिन स्वराज ने पूर्व प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए करतारपुर साहिब आने से इनकार कर दिया था. इस कार्यक्रम में दो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. कुरैशी ने कहा कि करतारपुर सीमा का खुलना क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है.