अमेरिका के सिविल राइट ग्रुप्स ने की Facebook board से मार्क जुकरबर्ग आैर सैंडबर्ग से हटाने की मांग
सैन फ्रांसिस्को : नागरिक अधिकार के लिए काम करने वाले दर्जनों समूहों ने यहूदी विरोधी भावनाएं भड़काने समेत कई बड़ी गलतियों के लिए फेसबुक से अपने बोर्ड से मार्क जुकरबर्ग और शेरिल सैंडबर्ग को हटाने की बुधवार को अपील की. कंपनी के आलोचकों पर शोध कराने का काम फेसबुक द्वारा डिफाइनर्स पब्लिक अफेयर्स को सौंपने […]
सैन फ्रांसिस्को : नागरिक अधिकार के लिए काम करने वाले दर्जनों समूहों ने यहूदी विरोधी भावनाएं भड़काने समेत कई बड़ी गलतियों के लिए फेसबुक से अपने बोर्ड से मार्क जुकरबर्ग और शेरिल सैंडबर्ग को हटाने की बुधवार को अपील की. कंपनी के आलोचकों पर शोध कराने का काम फेसबुक द्वारा डिफाइनर्स पब्लिक अफेयर्स को सौंपने के हिमायती एवं अधिकार समूहों ने जुकरबर्ग और सैंडबर्ग पर सीधा हमला बोला.
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इन समूहों ने पत्र में कहा कि आपने बुरे, कुख्यात राजनीतिक कार्यकर्ताओं और घृणा समूहों की चालों का अनुकरण करते हुए हमारे सहयोगियों की जांच करने, उन्हें खोखला करने और उन पर हमला करने के लिए डिफाइनर्स पब्लिक अफेयर्स की सेवाएं ली. इसमें कहा गया कि यह बेहद शर्म की बात है कि फेसबुक ने समाजसेवी जॉर्ज सोरोस के खिलाफ यहूदी विरोधी अभियानों का उपयोग करके आलोचना को नकारा और पक्ष समर्थकों का अपमान किया.
पत्र में जुकरबर्ग और सैंडबर्ग को फेसबुक के बोर्ड से हटने को कहने के साथ ही ऐसे सदस्यों को शामिल करने की अपील की गयी है, जो सोशल नेटवर्क के विविध वैश्विक समुदाय को प्रतिबिंबित करें. वहीं, म्यामां में फेसबुक ने कई पेज एवं अकाउंट बंद कर दिये, जिनके बारे में संदेह था कि वह सेना से जुड़े हुए हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने बुधवार को यह जानकारी दी.
घृणा भाषणों एवं गलत सूचनाओं को रोक पाने में असफलता को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रहा फेसबुक उनसे निपटने में जूझता नजर आ रहा है. म्यामां की सबसे लोकप्रिय एवं प्रभावी वेबसाइट फेसबुक को दुर्भावनापूर्ण पोस्ट खासकर देश को रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ किए जा रहे पोस्ट के प्रति उसकी बेअसर प्रतिक्रिया को लेकर कई साल से फटकार पड़ रही है.