ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन में भारतीय छात्र और नौकरी करने वालों को मिलेगा लाभ
लंदन : ब्रिटेन सरकार ने ब्रेक्जिट के बाद वीजा एवं आव्रजन की अपनी रणनीति को लेकर एक प्रस्ताव जारी किया है जिससे भारतीय छात्रों एवं पेशेवरों को लाभ पहुंचने की उम्मीद है. इसमें आप किस देश से वास्ता रखते हैं इसकी बजाए कौशल पर ज्यादा ध्यान दिया गया है. ब्रिटेन के गृह सचिव साजिद जाविद […]
लंदन : ब्रिटेन सरकार ने ब्रेक्जिट के बाद वीजा एवं आव्रजन की अपनी रणनीति को लेकर एक प्रस्ताव जारी किया है जिससे भारतीय छात्रों एवं पेशेवरों को लाभ पहुंचने की उम्मीद है. इसमें आप किस देश से वास्ता रखते हैं इसकी बजाए कौशल पर ज्यादा ध्यान दिया गया है. ब्रिटेन के गृह सचिव साजिद जाविद ने बुधवार को ब्रिटेन की भविष्य की कौशल आधारित आव्रजन व्यवस्था को बुधवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में पेश किया.
इस व्यवस्था के तहत विश्व के किसी भी कोने से आने वाले उच्च कुशलता वाले आव्रजकों पर किसी तरह की शर्तें नहीं लगाई जाएंगी और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए अध्ययन के बाद काम करने की पेशकश में सुधार होगा. यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन के अलग होने के प्रस्तावित संक्रमण काल के बाद दिसंबर 2021 से अमल में लाए जाने इन प्रस्तावों में दावा किया जा रहा है कि वह देश के आव्रजन नियमों को सभी के लिए बराबर कर देगा.
इसके लिए 28 सदस्यीय आर्थिक समूह के भीतर के लोगों के बेरोकटोक आवागमन को खत्म कर दिया जाएगा. ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने रणनीति की प्रस्तावना के बारे में कहा, “यूरोपीय संघ से हमारे निकलने के बाद बेरोकटोक आवागमन खत्म हो जाएगा..यह एक ऐसी व्यवस्था होगी जिसमें किसी व्यक्ति का कौशल महत्त्वपूर्ण होगा न कि यह कि वे किस देश से आते हैं.