सिडनी : ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा के भाई पर शुक्रवार को उस मामले में एक गवाह को प्रभावित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया, जिसमें उसने प्रेम त्रिकोण के अपने प्रतिद्वंद्वी को कथित तौर पर एक फर्जी आतंकवादी साजिश में फंसाया था. अर्सलान ख्वाजा को दिसंबर के शुरू में जालसाजी और न्याय में विघ्न डालने के आरोप में सिडनी की एक अदालत में पेश किया गया था और बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
न्यू साउथ वेल्स पुलिस की प्रवक्ता ने कहा कि उसे आतंकवाद निरोधक जांच में ‘गवाह को प्रभावित करने के कथित प्रयास’ के बाद गुरुवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. ख्वाजा के 39 वर्षीय भाई पर जमानत की अपनी शर्तों का उल्लंघन करने और न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है. उसे जमानत देने से इन्कार कर दिया गया.
अगस्त में पुलिस ने श्रीलंकाई छात्र मोहम्मद कमर निजामुद्दीन को सिडनी में गिरफ्तार किया था. इस साल की शुरुआत में न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी के दफ्तर में बरामद की गयी एक नोटबुक में कथित तौर पर यह योजना लिखी गयी थी, जिसके आधार पर उस छात्र की गिरफ्तारी की गयी. ख्वाजा उसी विभाग में काम करता है, जिसमें निजामुद्दीन है.
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने कहा कि एक महिला को लेकर ख्वाजा उससे बदला लेना चाहता था. पाकिस्तान में जन्मे उस्मान ख्वाजा ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भारत के खिलाफ मेलबर्न में तीसरे टेस्ट मैच में खेल रहे हैं.