पेरिस : फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने एक बार फिर संकटग्रस्त पूर्वी यूक्रेन में एक मजबूत, पूर्ण और स्थायी संघर्ष विराम की बात दोहरायी है. यह बयान यूक्रेन, रूस और यूरोपीय सुरक्षा एवं सहयोग संगठन (ओएससीई) के उस एलान के अगले दिन आया, जिसमें उसने शनिवार सुबह से ताजा संघर्ष विराम लागू करने की बात कही थी.
रूस के क्रीमिया पर कब्जे के बाद अप्रैल, 2014 में पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क और लुगांस्क क्षेत्रों में शुरू हुए रूस समर्थित विद्रोह में 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 2015 में मिंस्क शिखर बैठक में पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष विराम और अंतरराष्ट्रीय निगरानी का खाका पेश किया गया था, लेकिन रूस समर्थित विद्रोह तब भी जारी रहा.
फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने शुक्रवार को संयुक्त बयान जारी कर ताजा संघर्ष विराम की घोषणा का स्वागत किया. दोनों नेताओं ने कहा, ‘नववर्ष और क्रिसमस के मौके पर पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष से जुड़े सभी पक्षों को नागरिकों की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो इस संघर्ष और उसके परिणामों से लंबे समय से जूझ रहे हैं.’