बगदाद से मास्को पहुंचे इराक में इस्लामिक स्टेट की जेलों में बंद महिलाओं के बच्चे
मास्को : इराक में इस्लामिक स्टेट (आईएस) की जेलों में बंद महिलाओं के 30 रूसी बच्चे रविवार को बगदाद से मास्को पहुंचे. इन बच्चों की आयु तीन से 10 साल के बीच है. रूसी राजनयिक सूत्रों ने मीडिया को उनके विमान के रवाना होने से पहले बताया कि इन बच्चों के पिता जिहादियों के खिलाफ […]
मास्को : इराक में इस्लामिक स्टेट (आईएस) की जेलों में बंद महिलाओं के 30 रूसी बच्चे रविवार को बगदाद से मास्को पहुंचे. इन बच्चों की आयु तीन से 10 साल के बीच है. रूसी राजनयिक सूत्रों ने मीडिया को उनके विमान के रवाना होने से पहले बताया कि इन बच्चों के पिता जिहादियों के खिलाफ इराक की लड़ाई (जो तीन साल तक चली) में मारे गये थे.
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चेचन नेता रमजान कादिरोव ने अपने ‘टेलीग्राम अकाउंट’ पर विमान के मॉस्को के ‘झुकोव्स्की अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर पहुंचने की जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि रूसी आपात स्थिति मंत्रालय का विमान पहुंच चुका है. कादिरोव ने कहा कि सीरिया और इराक में महिलाओं और बच्चों को बचाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा शुरू किये अभियान के पूर्ण होने का यह प्रमाण है. उन्होंने कहा कि अगर हम उन्हें घर नहीं लाते, तो वे अन्य देशों की विशेष सेवाओं का निशाना बन जाते.
रूस की संवाद समिति ‘इंटरफैक्स’ के अनुसार, रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस सेवा ने कहा कि बच्चों के यहां पहुंचते ही उन्हें चिकित्सीय जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया. कादिरोव द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के तहत पिछले साल से अब तक करीब 100 महिलाएं तथा बच्चे वापस लौटे हैं. इस बीच, रविवार को इराकी प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल-माह्दी ने बच्चों के अधिकारों के लिए रूसी राष्ट्रपति की दूत एना कुजनेत्सोवा से बगदाद में बातचीत की.
इराकी प्रधानमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि बैठक के दौरान अब्दुल माह्दी ने कहा कि मानवीय मुद्दों और आतंकवादी अपराधों के बीच अंतर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये बच्चे भी पीड़ित हैं. बगदाद ने पिछले साल दिसंबर में आईएस के खिलाफ जीत की घोषणा की थी, लेकिन जिहादियों ने स्लीपर सेल बनाये रखे और समय-समय पर हिट एंड रन हमले किये.