‘स्टेट ऑफ द यूनियन” संबोधन को लेकर ट्रम्प और पेलोसी में तनातनी
वॉशिंगटन : ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता नैंसी पेलोसी के बीच तनातनी बढ़ती दिख रही है. दरअसल ट्रम्प ने पेलोसी को पत्र लिखकर कहा कि वह निर्धारित समय पर ही ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन देना चाहता है, जिसके बाद पेलोसी ने उन्हें […]
वॉशिंगटन : ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता नैंसी पेलोसी के बीच तनातनी बढ़ती दिख रही है. दरअसल ट्रम्प ने पेलोसी को पत्र लिखकर कहा कि वह निर्धारित समय पर ही ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन देना चाहता है, जिसके बाद पेलोसी ने उन्हें ऐसा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. पेलोसी पहले भी ट्रम्प को पत्र लिखकर संबोधन स्थगित करने का अनुरोध कर चुकी हैं.
राष्ट्रपति प्रतिनिधि सभा की स्पीकर के निमंत्रण पर अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में पारंपरिक ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन देता है. इस समय स्पीकर के पद पर पेलोसी नियुक्त हैं. पेलोसी ने बुधवार को ट्रम्प को लिखे एक पत्र में कहा, ‘मैं आपको पत्र लिखकर यह सूचित कर रही हूं कि प्रतिनिधिसभा सरकार के कामकाज पुन: आरंभ करने तक राष्ट्रपति के ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन को अधिकृत करने के प्रस्ताव पर विचार नहीं करेगी.’
इससे पहले ट्रम्प ने पेलोसी को पत्र लिखकर कहा था, ‘मैं प्रतिनिधि सभा के चेम्बर में 29 जनवरी की शाम को आपसे मिलने का इच्छुक हूं. यदि स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन निर्धारित समय पर और विशेषकर, तय स्थान पर नहीं होता है तो यह देश के लिए दु:खद होगा.’ इसके तत्काल बाद पेलोसी ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति का 29 जनवरी को कांग्रेस में स्वागत नहीं है. पेलोसी से पत्र मिलने के बाद ट्रम्प ने कहा कि वह जल्द ही इस बात की घोषणा करेंगे कि आगे क्या करना है.
उन्होंने कहा, ‘हम आने वाले समय में नैंसी पेलोसी को जवाब देंगे, लेकिन वह अमेरिकी लोगों के साथ, हमारे संविधान के साथ जो कर रही हैं, वह अशोभनीय है.’ ट्रम्प ने मेक्सिको के साथ लगती देश की सीमा पर दीवार बनाने को लेकर अपने रुख में कोई भी बदलाव करने से इनकार कर दिया और कहा कि पेलोसी ने जो किया वह ‘‘बहुत बुरा’ है. इसके बाद उन्होंने एक अन्य बैठक में आरोप लगाया कि पेलोसी ने स्टेट ऑफ द यूनियन इसलिए रद्द किया क्योंकि वह नहीं चाहतीं कि अमेरिकी लोगों को सच पता चले.