राजनीति में आने का फैसला बहुत सोच समझकर लिया: पायलट
जयपुर : राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि उन्होंने राजनीति में आने का फैसला बहुत सोच समझकर और पूरे होशोहवास में लिया था. इसके साथ ही पायलट ने दोहराया कि प्रियंका गांधी वाड्रा का सक्रिय राजनीति में आना पार्टी के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित होगा. यहां ‘जयपुर साहित्य महोत्सव’ के एक कार्यक्रम […]
जयपुर : राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि उन्होंने राजनीति में आने का फैसला बहुत सोच समझकर और पूरे होशोहवास में लिया था. इसके साथ ही पायलट ने दोहराया कि प्रियंका गांधी वाड्रा का सक्रिय राजनीति में आना पार्टी के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित होगा. यहां ‘जयपुर साहित्य महोत्सव’ के एक कार्यक्रम में पायलट ने राजनीति में उतरने संबंधी सवाल पर कहा कि उनकी सोच यही थी कि ‘बाकी जगहों और संस्थानों में काम करने से मैंने जो सीखा है जो मेरा अनुभव रहा है उसका बेहतर इस्तेमाल राजनीति जैसे मंच पर हो सकता है.
‘ पायलट ने कहा, ‘‘साल 2001 में मैंने बहुत ही सोच विचार कर होशोहवास में राजनीति में आने का फैसला किया था. यह कोई आसान निर्णय नहीं था. मैं कांग्रेस में शामिल हुआ और अपना पहला चुनाव लड़ने से पहले चार साल तक वहां काम किया.” कांग्रेस को सामंती और परिवारवाद में विश्वास रखने वाली पार्टी बताए जाने को पायलट ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह बहुत ही संकीर्ण सोच पर आधारित विचार है. उन्होंने कहा,‘ कांग्रेस में अगर आपके पास योग्यता है, आप मेहनत करते हैं, प्रदर्शन करते हैं तो आप बहुत आगे जाएंगे.
‘ प्रियंका गांधी वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने और पार्टी का महासचिव बनाए जाने का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि यह कदम अगले तीन महीने में ‘गेम चेंजर’ साबित होगा और आने वाला समय इसे साबित कर देगा. पायलट ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार सृजित करना राज्य की नयी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता होगी .