वाशिंगटन : अमेरिका के खुफिया प्रमुख ने कहा है कि रूस और चीन सहित विदेशी ताकतें देश में 2020 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप की कोशिश कर सकती हैं. राष्ट्रीय खुफिया के निदेशक डान कोट्स ने खुफिया मामलों की सीनेट सलेक्ट कमेटी से मंगलवार को कहा कि खुफिया समुदाय के लिए चुनाव सुरक्षा हमेशा प्रमुख रही है और आगे भी बनी रहेगी.
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यह समिति वर्ष 2019 के विश्वव्यापी खतरों के आकलन पर सुनवाई कर रही थी. इस दौरान कोट्स ने कहा, ‘हमारा आकलन है कि विदेशी ताकतें अमेरिका में 2020 में होने वाले चुनावों को अपने हितों को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में देखेंगी. हमारा मानना है कि वे अपनी क्षमताओं को और निखारेंगे और उसमें नये दांव-पेच जोड़ेंगे, क्योंकि वे पूर्व चुनावों में एक-दूसरे के अनुभवों और प्रयासों से सीखते हैं.’
सीनेट की शक्तिशाली समिति के समक्ष कोट्स का यह बयान इस लिहाज से भी अहम है, क्योंकि वर्ष 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रूस पर दखल देने के आरोप हैं और मामले की व्यापक पैमाने पर जांच भी चल रही है. सीनेटर अंगुस किंग ने यह जानना चाहा कि क्या खुफिया तंत्र उम्मीदवारों को यह जानकारी देगी कि विदेशी ताकतें अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं?
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इस पर एफबीआइ के निदेशक क्रस्टोफर वैरे ने कहा, ‘हमने स्पष्ट प्रोटोकॉल तैयार किया है कि हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि हमारे पास उपलब्ध जानकारी इतनी भरोसेमंद और कार्रवाई करने योग्य है कि उसकी सूचना पीड़ित को दी जाये.’