ओटावा : क्यूबा में वर्ष 2017 में तैनाती के दौरान संदिग्ध संक्रमण की चपेट में आये कनाडा के राजनयिकों ने उन्हें वहां से निकालने और उपचार मुहैया कराने में देरी का आरोप लगाते हुए ओटावा के खिलाफ मुकदमा दायर करने का फैसला किया है.
बुधवार को रिपोर्टों से यह जानकारी मिली. कुल 14 लोगों ने, जिनमें वर्तमान और पूर्व राजनयिक और उनके परिजन शामिल हैं, संघीय सरकार से हर्जाने के तौर पर दो करोड़ 10 लाख डॉलर मांगे हैं. सभी लोग एक वर्ष से कनाडा में हैं, लेकिन अब भी ‘हवाना सिंड्रोम’ से पीड़ित हैं.
यह रहस्यमयी बीमारी है, जिसमें माइग्रेन की शिकायत के अलावा देखने और सुनाई देने में तकलीफ होती है. सीबीसी ने पांच पीड़ितों के साक्षात्कार लिये. उन्होंने बताया कि संदिग्ध बीमारी का पहला लक्षण 2017 की वसंत ऋतु में दिखाई दिया, लेकिन कनाडा ने लगभग एक साल तक की किसी की कोई मदद नहीं की.
इस संबंध में पूछे जाने पर विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा कि राजनयिकों की सुरक्षा प्राथमिकता रहती है. उन्होंने कहा, ‘मैं बारीकियों में नहीं जाऊंगी, लेकिन मैं दोहराना चाहती हूं कि मैंने उनमें से कुछ राजनयिकों से मुलाकात की है और जैसा कि मैंने उनसे कहा है कि उनका स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. मेरी सच्ची संवेदनाएं उनके साथ हैं.’