क्या पाकिस्तान कर रहा है युद्ध की तैयारी ? पीओके में हाइ अलर्ट, अस्पतालों से तैयार रहने को कहा
पाकिस्तान सरकार ने एलओसी के पास रहने वालों के लिए जारी की एडवाइजरीइस्लामाबाद : पुलवामा आतंकी हमले पर भारत की चेतावनी के बाद पाकिस्तान डर गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के दो संगठनों (जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत) पर बैन लगाने के साथ ही पीओके में नियंत्रण रेखा […]
पाकिस्तान सरकार ने एलओसी के पास रहने वालों के लिए जारी की एडवाइजरी
इस्लामाबाद : पुलवामा आतंकी हमले पर भारत की चेतावनी के बाद पाकिस्तान डर गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के दो संगठनों (जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत) पर बैन लगाने के साथ ही पीओके में नियंत्रण रेखा के करीब रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है. साथ ही सेना को अलर्ट कर दिया है.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के हाथ दो आधिकारिक दस्तावेज लगे हैं जिससे इस बात की जानकारी मिली है कि पाकिस्तान अलग-अलग मोर्चों पर तैयारी में जुट चुका है. एक दस्तावेज बलूचिस्तान स्थित मिलिटरी बेस का अखबार ने बताया है. अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थानीय प्रशासन को एक नोटिस भेजा गया है जिससे पता चलता है कि पड़ोसी मुल्क ने भारत के साथ जंग की तैयारी शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि क्वेटा कैंटोन्मेंट स्थित पाकिस्तानी सेना के बेस हेडक्वॉर्टर्स क्वेटा लॉजिलस्टिक्स एरिया यानी एचक्यूएलए की ओर से 20 फरवरी को जिलानी अस्पताल को एक पत्र भेजा गया है. इस पत्र में भारत से संभावित युद्ध की स्थिति में चिकित्सकीय मदद के लिए इंतजाम करने के आदेश दिये गये हैं. मिलिट्री अस्पताल में आकस्मिक स्थिति के लिए बेड की संख्या में बढोत्तरी करने के साथ ही सिविल अस्पतालों को घायल जवानों के लिए 25 फीसदी बेड रिजर्व रखने को कहा गया है.
इधर, इमरान ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की बैठक में देश की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की. बैठक में आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा भी मौजूद थे. पाकिस्तान सरकार ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब रहने वाले गांव के लोगों को सतर्क रहने को कहा है. इस बाबत प्रशासन की ओर से बाकायदा एडवाइजरी जारी की गयी है. अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पास रहने वाले लोगों से आने-जाने के लिए सुरक्षित रास्ते जैसे ऐहतियाती उपाय करने को कहा गया है. लोगों से कहा गया है कि वे खास जगहों के आसपास समूह में जमा न हों और बंकर भी न बनाएं. यही नहीं, स्थानीय लोगों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे एलओसी के पास के रास्तों पर बिना वजह न जाएं और रात के समय अनावश्यक रूप से लाइट न जलाएं.
पुलवामा से भी बड़े हमले के फिराक में जैश
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि जैश-ए-मोहम्मद एक बार फिर कश्मीर को जबर्दस्त तरीके से निशाना बनाने की तैयारी में है. यह हमला पुलवामा हमले से कई गुणा बड़ा होगा. एजेंसियों को जो इनपुट मिले हैं, उसके अनुसार उत्तरी कश्मीर में चौकीबल और टंगधार में आइइडी ब्लास्ट के जरिये हमला करने की साजिश रची जा रही है. इस बार जैश ने सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए आम वाहन का इस्तेमाल करने की योजना बनायी है. हमले के लिए एक हरे रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी को तैयार किया गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट डिकोड करने से यह जानकारी प्राप्त हुई. मैसेज के मुताबिक, पिछले हमले में 200 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन इस हमले में 500 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया जा सकता है.
भारत के सख्त रुख के बाद पाक आर्मी चीफ ने पीएम इमरान से की मुलाकात
पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की अहम बैठक से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की. दोनों के बीच देश और इससे सटे इलाकों की सुरक्षा के बारे में प्रमुखता से बात हुई. बैठक के बाद एनएससी की बैठक शुरू हुई जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री इमरान खान कर रहे हैं. इस उच्च स्तरीय बैठक में जनरल बाजवा, सर्विसेज चीफ, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख और सुरक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
पुलवामा अटैक से नौ दिन पहले ही पेशावर से मसूद ने दिये थे संकेत
पुलवामा हमले के नौ दिन पहले ही मसूद अजहर ने सरकारी सुरक्षा घेरे में पेशावर जाकर अपनी साजिशों के संकेत दिये थे. पांच फरवरी को पुलवामा हमले से करीब नौ दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर बहावलपुर से पेशावर अपने मिशन पर पहुंचा था. हमले से नौ दिन पहले ही पेशावर की रैली में ही मसूद अजहर ने अपनी साजिशों के ब्लूप्रिंट का खुलासा कर दिया था.