सोशल मीडिया पर कई बीजेपी समर्थक पेज दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस से जुड़े कुछ युवाओं ने बिजनौर में बीजेपी के झंडे का अपमान किया है.
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि ये युवा सिर्फ़ झंडा लगाने का विरोध कर रहे थे.
https://twitter.com/shayarimran/status/1099602223359758337?s=12
क्या है इस वीडियो में?
इस वीडियो में कुछ युवक बीजेपी समर्थकों को उनकी पार्टी का झंडा लगाने पर खरी-खोटी सुनाते हुए दिख रहे हैं.
वीडियो में एक लड़का ये कहते हुए सुना जा सकता है कि, "सरहद पर सैनिक शहीद हो रहे हैं और तुम अपने प्रचार में लगे हो."
इसके बाद झंडे लगाने का विरोध करने वाला लड़का एक उम्रदराज़ व्यक्ति के हाथ से बीजेपी का झंडा छीनकर उसे ज़मीन पर फेंक देता है.
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर दक्षिणपंथी ग्रुप्स से लेकर कांग्रेस समर्थक ग्रुप्स में शेयर किया जा रहा है.
दक्षिणपंथी सोशल मीडिया पेज दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस समर्थक राष्ट्रवाद के नाम पर बीजेपी के झंडे का अपमान कर रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस समर्थक पेज चलाने वालों ने बीजेपी पर शहीदों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया है.
लेकिन सच क्या है?
ये वीडियो उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले में बीते शुक्रवार को बनाया गया था.
बीजेपी के झंडे के ज़मीन पर फेंकने वाले लड़के को स्थानीय पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.
बिजनौर के चांदपुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार ने बीबीसी के साथ बातचीत में बताया है, "ये घटना शुक्रवार की है, उदय त्यागी और अर्पित ने बीजेपी की गतिविधियों में दखलअंदाज़ी करके गांव का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है."
बीजेपी ने इसी महीने की शुरुआत में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है.
बिजनौर में बीजेपी विधायक कमलेश सैनी ने बीबीसी के साथ बातचीत में कहा है कि ये झंडे बीजेपी के "हमारा घर, भाजपा का घर", अभियान के तहत लगाए जा रहे थे.
सैनी कहती हैं, "ये लोग शांति से झंडे न लगाने के लिए कह सकते थे लेकिन इन्होंने हमारे शांतिपूर्ण अभियान में बवाल पैदा कर दिया और ये लोग कांग्रेस से जुड़े हुए थे."
क्या कहती है कांग्रेस?
वहीं, बिजनौर में बीजेपी के ज़िला उपाध्यक्ष विवेक करनवाल कहते हैं, "हमने उन्हें शांत करने की कोशिश की और बताया कि पुलवामा हमले को लेकर सभी लोग दुखी है. लेकिन इसके बाद भी ये लड़के बवाल करते रहे और वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल दिया. उन्होंने बीजेपी के झंडे को भी फाड़ दिया."
जब हमने कांग्रेस से इस बारे में बात की तो उन्होंने न तो इस घटना से इनकार किया और न ही ये कहा कि ये लड़के पार्टी से जुड़े हुए नहीं हैं.
बिजनौर में कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी मनीश त्यागी कहते हैं, "ये युवक कांग्रेस की छात्र शाखा (एनएसयूआई) से जुड़े हुए हैं."
उन्होंने कहा, "बीजेपी गुंडागर्दी और बेगुनाहों को जेल भेजने के लिए जानी जाती है. ये एक ऐसा ही मामला है. जो भी इनका विरोध करता है, उस पर देश-विरोधी होने का ठप्पा लगा जिया जाता है. गिरफ़्तार किए गए युवक एनएसयूआई से जुड़े हुए हैं. उन्होंने सिर्फ ये कहा कि जब सीमा पर जवान मर रहे हैं तो आप सीमा पर राजनीतिक प्रोपोगेंडा न करें. उन्होंने कोई झंडा नहीं फाड़ा है, बस ऐसी गतिविधियों को बंद करने की बात कही थी."
फैक्ट चैक की ये कहानियां भी पढ़ें:
क्या ये जगमगाती तस्वीर कुंभ की है?
पुलवामा हमले के बाद ‘मारे गए’ 36 चरमपंथी?
क्या सच में इलाज छोड़ लड़ने चल पड़ा घायल जवान
(अगर आपके पास ऐसी ख़बरें, वीडियो, तस्वीरें या दावे आते हैं, जिन पर आपको शक़ हो तो उनकी सत्यता जाँचने के लिए आप उन्हें BBC News को इस नंबर पर +91 9811520111 व्हाट्सएप करें या यहाँ क्लिक करें.)
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
>