वाशिंगटन/नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद आतंक के खिलाफ जंग में भारत के साथ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस भी आ चुके हैं.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव दिया है जिसमें इन देशों ने सुरक्षा परिषद से पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करने को कहा है. जानकारों की मानें तो इस कदम का चीन विरोध कर सकता है.
उपरोक्त तीनों देशों ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति से अज़हर की वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध और संपत्ति को जब्त करने के लिए भी कहा है. रायटर्स की खबर की मानें तो , समिति ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 13 मार्च तक का समय दिया है.
यहां चर्चा कर दें कि भारत 2009 में ही संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव पेश कर चुका है. इसके बाद भारत ने 2016 और 2017 में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया. भारत की इस कार्रवाई में हर बार चीन बाधा डालता आया है.