पुलिस के खिलाफ जीटी रोड जाम

आसनसोल: पुलिस बर्बरता के खिलाफ सोमवार की रात आश्रम बाइ लेन व दिलदार नगर के निवासियों ने आश्रम मोड़ संलग्‍न जीटी रोड घंटों जाम कर दिया. उनका आरोप था कि प्रेमी युगल के फरार होने के मामले में निदरेष युवक पर पुलिस अत्याचार कर रही है. वरीय पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सड़क जाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:45 PM

आसनसोल: पुलिस बर्बरता के खिलाफ सोमवार की रात आश्रम बाइ लेन व दिलदार नगर के निवासियों ने आश्रम मोड़ संलग्‍न जीटी रोड घंटों जाम कर दिया. उनका आरोप था कि प्रेमी युगल के फरार होने के मामले में निदरेष युवक पर पुलिस अत्याचार कर रही है. वरीय पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सड़क जाम समाप्त हुआ.

हालांकि समाज के एक हिस्से में इसका विरोध भी किया गया. उनका कहना है कि समाज का एक तबका हमेशा राजनीतिक दबाब बना कर पुलिस को बैकफुट पर डाल देता है. लड़की के अपहरण के मामले में परिजनों को लड़की को बरामद करने में सहयोग करना चाहिए था.

जानकारी के अनुसार उषाग्राम दुर्गामंदिर की एक युवती व दिलदारनगर मुसलिम पाड़ा का युवक 15 दिन पहले इस इलाके से एक साथ फरार हो गये है. युवती के पिता ने आसनसोल दक्षिण थाना में इसकी शिकायत दर्ज करायी की. इसके बाद से पुलिस ने दबिश देना शुरू किया. पुलिस पर नागारिकों का आरोप है कि वह प्रेमी युगल की तलाश करने के बजाय युवक के परिजनों को परेशान कर रही है. उसके दो भाइयों को थाने में ले जाकर पीटा गया.

इसके बाद पिछले तीन दिनों से उनके तीन मित्रों को पुलिस थाने ले जाकर पिटाई कर रही है. उनमें मोहम्मद सज्जाद, मोहम्मद आजाद व मोहम्मद आशिक शामिल हैं. पुलिस की इस बर्बरता के खिलाफ नागरिक सड़क पर उतरे है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में पुलिस हत्यारे को गिरफ्तार करने में विफल रही है और पुलिसिया कार्रवाई के नाम पर निदरेष युवकों पर अत्याचार किया जा रहा है.

सूचना पाकर मेयर परिषद सदस्य रविउल इसलाम, गुलाम सरवर, कांग्रेस के प्रदेश कमेटी सदस्य रणवीर सिंह, जिला सचिव शाहिद परवेज, युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव प्रसेनजीत पुइतंडी, राजा बनर्जी, दीपक गुप्ता, तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के जावेद इकबाल आदि पहुंचे. उनलोगों ने भी नागरिकों के आंदोलन का समर्थन करते हुए पुलिसिया बर्बरता का घोर विरोध किया. सूचना पाकर मौके पर सहायक पुलिस आयुक्त (मध्य) अजय प्रसाद, थाना प्रभारी विकास दत्त आदि पहुंचे. उनलोगों के आश्वासन के बाद नागरिकों ने सड़क जाम समाप्त किया.

इधर लड़की की बरामदगी नहीं होने से दूसरे तबके में आक्रोश बढ़ रहा है. उनका कहना है कि आरोपी के परिजनों से कई बार लड़की की बरामदगी में सहयोग के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने मदद करने से इंकार कर दिया. जब पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो गोलबंदी कर पुलिस पर दबाब बनाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति करनेवालों को समाज से कुछ लेना-देना नहीं है तथा वे ऐसे मामलों में हमेशा आरोपी की मदद करते हैं, ताकि उनका वोट बैंक सुरक्षित बना रहे. उन्होंने कहा कि राजनेताओं को भी लड़की बरामदगी में पुलिस की मदद करनी चाहिए.

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