।। दक्षा वैदकर ।।
कई लोगों की तरह मैंने भी पिछले दिनों ‘एक विलेन’ फिल्म देखी. इस फिल्म में पत्नियों के लिए एक सीख छिपी है. फिल्म देख कर मेरे दिमाग में यही बात सबसे पहले आयी कि अगर विलेन की पत्नी उसे बार-बार कोसती नहीं, उसके आत्मसम्मान को ठेस नहीं पहुंचाती, उसे केवल प्यार देती, तो वह विलेन बनने पर मजबूर नहीं होता.
क्योंकि विलेन अपनी पत्नी से बेहद प्यार करता था और उस पर हाथ नहीं उठाना चाहता था, इसलिए वह पत्नी का गुस्सा शहर की दूसरी महिलाओं पर उतारने लगा. कई महिलाओं ने यह फिल्म देखी होगी और शायद सोचा भी होगा कि कहीं मैं भी अपने पति के आत्मसम्मान को चोट तो नहीं पहुंचाती?
अगर सोचा है तो बहुत अच्छी बात है, लेकिन अगर नहीं सोचा है तो जरूर सोचें. कई बार पत्नियां अनजाने में पति के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा देती हैं. यहां मैं इन्हीं बातों का जिक्र करूंगी, जो गलती से भी पत्नियों को नहीं कहना चाहिए. पहली बात, बार-बार पति को ‘मम्माज ब्वॉय’ कह कर न ताना मारें. अगर आप बार-बार यह कहेंगी कि ‘तुम मेरी बात नहीं सुनते और मां की हर बात सुनते हो.. तुम मम्माज ब्वॉय हो.’ तो इससे पुरुष के अहम को ठेस पहुंच सकती है.
दूसरी ध्यान देने वाली बात, हर बार पति को यह न कहें,‘उफ्फ ये तुम्हारे आवारा दोस्त.. बार-बार घर आ जाते हैं. हम साथ में टाइम नहीं बिता पाते.’ जिस तरह आपको अपनी सहेलियों से बात करना अच्छा लगता है, उन्हें भी दोस्तों से बात करने में मजा आता है. तीसरी बात, पति से गलती हो जाय, कोई सामान लाना भूल जाय, तो यह न कहें कि ‘तुम कभी सुधरोगे नहीं.’ यह बात उन्हें गंभीर चोट पहुंचा सकती है.
शादी के सालों बाद पति के चेहरे, बॉडी में कई बदलाव आते हैं. उम्र बढ़ने की वजह से बाल सफेद हो जाते हैं, मोटापा आ जाता है. वे स्मार्ट नजर नहीं आते. ऐसे में आप उन्हें बार-बार यह न कहें कि ‘तुम आजकल कैसे दिखने लगे हो. तुम्हारे बाल कितने झड़ रहे हैं. तुम कितने मोटे हो गये हो. तुम बुड्ढे नजर आ रहे हो.’
बात पते की..
– पति को बार-बार भुलक्कड़, निठल्ला, कमजोर, आलसी कह कर ताना न मारें. क्योंकि कोई भी इनसान परफेक्ट नहीं होता है.
– पति के लुक्स पर कोई कमेंट न करें. उन्हें हमेशा मोटिवेट करें. उन्हें यह विश्वास दिलायें कि वे जैसे भी दिखते हैं, आप उनसे प्यार करती हैं.