बीजेपी विधायक और सांसद ने सबके सामने सारी हदें तोड़ी
उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर ज़िले में प्रभारी मंत्री और आला अधिकारियों की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी के सांसद और विधायक के बीच पहले जमकर वाक् युद्ध हुआ और उसके बाद मारपीट हुई. घटना को कुछ लोगों ने वीडियो में क़ैद किया और देखते ही देखते ये वीडियो वायरल हो गए. जानकारी के मुताबिक ज़िला […]
उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर ज़िले में प्रभारी मंत्री और आला अधिकारियों की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी के सांसद और विधायक के बीच पहले जमकर वाक् युद्ध हुआ और उसके बाद मारपीट हुई.
घटना को कुछ लोगों ने वीडियो में क़ैद किया और देखते ही देखते ये वीडियो वायरल हो गए.
जानकारी के मुताबिक ज़िला कार्य योजना की बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन की मौजूदगी में स्थानीय सांसद शरद त्रिपाठी ने शिकायत की कि ज़िले के विकास कार्यों की ग़वाही देने वाले शिलापट्टों में उनका नाम नहीं लिखा जा रहा है.
इसी दौरान मेंहदावल के बीजेपी विधायक राकेश बघेल उस पर आपत्ति जताने लगे. यह विवाद इतना बढ़ गया कि विधायक ने जूता मारने की धमकी दे डाली और तब तक सांसद ने विधायक पर जूते बरसाने शुरू कर दिए.
मंत्री आशुतोष टंडन की मौजूदगी में सांसद शरद त्रिपाठी जूता निकालकर बीजेपी विधायक राकेश सिंह को जमकर पीटते हैं. बीजेपी विधायक राकेश बघेल उठकर खड़े होते हैं और सांसद पर कई थप्पड़ बरसाते हैं.
पुलिस ने किया बीच बचाव
इस दौरान पुलिस अधिकारी बीच बचाव करते हुए नज़र आ रहे हैं. ज़िलाधिकारी रवींद्र गुप्त सांसद को वहां से निकालकर बाहर ले जाते हैं, लेकिन तब तक पूरा माहौल एक युद्ध क्षेत्र में बदला नज़र आने लगा.
घटना की जानकारी देते हुए ज़िलाधिकारी रवींद्र गुप्त ने फ़िलहाल इतना ही बताया कि दोनों पक्षों की ओर से जो भी शिकायत आएगी, उसे दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ज़िलाधिकारी ने कहा, "विवाद का द्वितीय चरण तो समाप्त हो गया है, अब आगे की कार्रवाई शिकायती पत्रों के आधार पर की जाएगी."
https://www.facebook.com/BBCnewsHindi/videos/401849983974675/
वहीं घटना के बाद विधायक और सांसद दोनों के समर्थक कलेक्ट्रेट परिसर में इकट्ठे हो गए और नारेबाज़ी करने लगे.
धरने पर विधायक
विधायक राकेश बघेल फ़िलहाल कलेक्ट्रेट में अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि सांसद शरद त्रिपाठी के ख़िलाफ़ प्रशासन तत्काल कार्रवाई करे और उन्हें गिरफ़्तार करे.
इस बीच, पूरे प्रदेश में इस घटना की चर्चा होने लगी. भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता इस पर बात करने में शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं.
वहीं प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि दोनों ही नेताओं को लखनऊ तलब किया है और दोनों के ख़िलाफ़ सख़्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी.
इस घटना को लेकर जहां सोशल मीडिया में तरह-तरह की टिप्पणियां हो रही हैं वहीं राजनीतिक दल भी बीजेपी पर हमलावर हो गए हैं.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, "आज यूपी में विश्व की सबसे अनुशासित राजनीतिक पार्टी का दावा करने वाली बीजेपी के सांसद और विधायक के मध्य जूतों का सादर आदान-प्रदान हुआ. यह आगामी चुनावों में अपनी हार से आशंकित बीजेपी की हताशा है. सच तो यह है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी को प्रत्याशी ही नहीं मिल रहे हैं."
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
]]>