लोकसभा चुनाव : 21वीं सदी में जन्मे 1.5 करोड़ युवा पहली बार डालेंगे वोट
इस बार खास होंगे युवा, 25 करोड़ वोटर 24 साल से कम उम्र के इस बार के लोकसभा चुनाव में युवा वोटरों की अहम भूमिका होगी. वह अपने हाथों में जीत की कुंजी लेकर घूम रहे हैं. यह युवा वर्ग जिस भी पार्टी व प्रत्याशी के पीछे खड़ा हो जायेगा, उसकी जीत तय है. इन […]
इस बार खास होंगे युवा, 25 करोड़ वोटर 24 साल से कम उम्र के
इस बार के लोकसभा चुनाव में युवा वोटरों की अहम भूमिका होगी. वह अपने हाथों में जीत की कुंजी लेकर घूम रहे हैं. यह युवा वर्ग जिस भी पार्टी व प्रत्याशी के पीछे खड़ा हो जायेगा, उसकी जीत तय है. इन युवाओं के महत्व को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 जनवरी को नौवें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर पहली बार मतदान का अधिकार प्राप्त करने वाले युवा मतदाताओं को वोटर आइडी कार्ड देते हुए कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव अपने आप में खास होंगे.
उन्होंने कहा था कि यह सदी का पहला आम चुनाव होगा, जिसमें इसी सदी में पैदा हुए युवा मतदान कर सकेंगे. कार्यक्रम में मौजूद युवा मतदाताओं को बैज दिये गये थे जिन पर लिखा था, ‘मतदाता होने पर गर्व है, मतदान के लिए तैयार’. बता दें कि 2019 के आम चुनाव में इस बार ऐसे मतदाता मतदान के पात्र होंगे, जिनका जन्म एक जनवरी, 2000 या उसके बाद हुआ है.
ये खास वोटर हैं स्वतंत्र सोच रखते हैं
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 2019 के लोकसभा चुनाव में नौ फीसदी वोटर पहली बार शामिल होंगे. देश में 90 करोड़ लोग इस बार वोट डालेंगे. इनमें से 8.40 करोड़ नये मतदाता हैं. करीब 1.5 करोड़ युवा मतदाताओं की आयु 18-19 साल के बीच है.
25 करोड़ वोटर 24 साल से कम उम्र के होंगे. ये मतदाता इसलिए भी बेहद खास हैं, क्योंकि यह बेहतर तरीके से जानकारी को हासिल करते हैं, तकनीक का इस्तेमाल करते हैं और अपनी स्वतंत्र सोच रखते हैं. यही वह वर्ग है जो चुनावों में सबसे अधिक बढ़-चढ़ कर भागीदारी करता है. इस वर्ग पर सभी राजनीतिक दलों की नजरें हैं. यही कारण है कि इस आयु वर्ग को ध्यान पर रख ही प्रत्याशी प्रचार की रणनीति बना रहे हैं. सभी प्रमुख दलों की युवा इकाइयां इन युवाओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं.
नौ फीसदी वोटर पहली बार शामिल होंगे
90 करोड़ लोग इस बार डालेंगे वोट
8.40 करोड़ नये वोटर जुड़े
1.5 करोड़ वोटर 18-19 साल के
पहली बार वोटर बने युवाओं के हाथ 282 सांसदों की किस्मत
लोकसभा चुनाव 2019 में 29 राज्यों की 282 सीटों पर युवा निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के आधार पर पता चलता है कि इन सीटों पर 2014 में जितना जीत का अंतर था, 2019 में पहली बार वोट करने वालों की संख्या उससे कहीं ज्यादा हो सकती है. 1997 और 2001 के बीच जन्म यह मतदाता पिछले आम चुनाव में मतदान के योग्य नहीं था. अनुमान है कि हर लोकसभा सीट पर औसतन 1.49 लाख वोटर ऐसे होंगे जो पहली बार मतदान करेंगे. यह आंकड़ा 2014 में 297 सीटों पर जीत के अंतर से ज्यादा है.
इनमें से कुछ मतदाताओं ने 2014 के बाद हुए विधानसभा चुनावों में वोट डाले होंगे, मगर आम चुनाव में मतदान का यह पहला मौका होगा. चुनाव पर नजर रखने वाली एक संस्था ने फर्स्ट टाइम वोटर्स (18-22 वर्षीय) का औसत और उन्हीं सीटों पर 2014 में जीत के अंतर की तुलना की. पता चला कि जिन सीटों पर ऐसे युवा असर डाल सकते हैं, उनकी संख्या 282 है, जो कि लोकसभा में बहुमत के आंकड़े से भी ज्यादा है. यह एनालिसिस उन नये मतदाताओं पर आधारित है जो 2014 चुनाव के बाद 18 वर्ष के हुए और वार्षिक समीक्षा के दौरान मतदाता सूची में जिनका नाम जुड़ा.
ऐसी 282 सीटों में से 217 देश के 12 बड़े राज्यों में
पश्चिम बंगाल 32
बिहार 29
उत्तर प्रदेश 24
कर्नाटक 20
तमिलनाडु 20
राजस्थान 17
केरल 17
झारखंड 13
आंध्र प्रदेश 12
महाराष्ट्र 12
मध्य प्रदेश 11
असम 10
* इन राज्यों में 2014 के बाद नये वोटर्स का राज्य औसत पिछले आम चुनावों के जीत के अंतर से ज्यादा है.
ऐसी थी 16वीं लोकसभा
543
कुल सीट
336 एनडीए
भाजपा 282 सीट
सहयोगी दल – 13
वोट शेयर 31.3%
59 यूपीए
कांग्रेस 44 सीट
सहयोगी दल 14
वोट शेयर 19.5%
कुल सीट 2014 में
राजस्थान 25 भाजपा 25 कांग्रेस 00
गुजरात 26 भाजपा 26 कांग्रेस 00
महाराष्ट्र 48 भाजपा 23 शिवसेना 18 राकांपा 04, कांग्रेस 02
गोवा 02 भाजपा 02 कांग्रेस 00
कर्नाटक 28 भाजपा 17 कांग्रेस 09 जेडीएस 02
केरल 20 भाजपा 00 कांग्रेस 08 माकपा 05 सीपीआइ 01
तमिलनाडु 39 एआइडीएमके 37 डीएमके 00 भाजपा 01 पीएमके 01
आंध्र प्रदेश 25 भाजपा 03 कांग्रेस 02 तेलुगु देशम 16 टीआरएस 11
ओड़िशा 21 भाजपा 01 कांग्रेस 00 बीजद 20
मध्यप्रदेश 29 भाजपा 27 कांग्रेस 02 अन्य 00
छत्तीसगढ़ 11 भाजपा 10 कांग्रेस 01
बिहार 40 भाजपा 22 लोजपा 06 राजद 04
झारखंड 14 भाजपा 12 कांग्रेस 00 झामुमो 02
उत्तरप्रदेश 80 भाजपा 71 सपा 05 कांग्रेस 02 अपना दल 02
पश्चिम बंगाल 42 तृणमूल 34 कांग्रेस 04 सीपीएम 02 भाजपा 02
दिल्ली 07 भाजपा 07 कांग्रेस 00 आप 00
हरियाणा 10 भाजपा 07 कांग्रेस 01 इनेलोद 02
पंजाब 13 भाजपा 02 कांग्रेस 03 शिअद 04
जम्मू-कश्मीर 06 भाजपा 03 कांग्रेस 00 पीडीपी 03
पूर्वोत्तर की सात बहनें
मेघालय 02 कांग्रेस 01 एनपीपी 01 भाजपा 00
असम 14 भाजपा 07 कांग्रेस 03 एआइयूडीएफ 03
अरुणाचल 02 भाजपा 01 कांग्रेस 01
मिजोरम 01 कांग्रेस 01
त्रिपुरा 02 सीपीएम 02
मणिपुर 02 कांग्रेस 02
सिक्किम 01 एसडीएफ 01
नगालैंड 01 कांग्रेस 00 एनपीएफ 01