लोकसभा चुनाव 2019 : इन पांच राज्यों से होकर गुजरेगा दिल्ली का रास्ता
उत्तर प्रदेश 80 सीटें सीटों के लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा राज्य है. 2014 में एनडीए ने यूपी की 73 सीटों पर कब्जा किया था. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में हालात काफी अलग हैं. सपा, बसपा और रालोद के हाथ मिलाने के कारण भाजपा को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. महाराष्ट्र 48 सीटें […]
उत्तर प्रदेश 80 सीटें
सीटों के लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा राज्य है. 2014 में एनडीए ने यूपी की 73 सीटों पर कब्जा किया था. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में हालात काफी अलग हैं. सपा, बसपा और रालोद के हाथ मिलाने के कारण भाजपा को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी.
महाराष्ट्र 48 सीटें
सीटों के लिहाज से देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य महाराष्ट्र में पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी. एनसीपी को 05 तथा कांग्रेस को 02 सीटें मिली थीं. इस बार चुनाव से पहले भाजपा और शिवसेना ने अपने मतभेदों को खत्म किया है.
पश्चिम बंगाल 42 सीटें
इस बार सबकी नजरें पश्चिम बंगाल पर टिकीं रहेंगी. भाजपा जहां अधिक से अधिक सीटें जीतकर यूपी की भरपायी करना चाहती है, वहीं राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत कर पीएम पद के लिए दावा पुख्ता करना चाहती हैं.
बिहार 40 सीटें
बिहार में एनडीए के दलों के बीच सीटों का बंटवारा तय हो चुका है. भाजपा और जेडीयू 17-17 सीटों पर और एलजेपी 06 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आरजेडी के महागठबंधन में सीटों पर अब तक कोई सहमति नहीं बन पायी है.
तमिलनाडु 39 सीटें
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर तमिलनाडु में एआइएडीएमके और भाजपा के बीच गठबंधन पर मुहर लग गयी है. तमिलनाडु की 39 और पुदुचेरी की एक सीट को लेकर दोनों दलों में बंटवारा हो गया है. उधर, डीएमके और कांग्रेस एक साथ चुनाव में उतरने जा रहे हैं.