वाशिंगटन : अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने सोमवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत वेनेजुएला से तेल नहीं खरीदेगा और राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के ‘तानाशाही’ शासन के लिए ‘आर्थिक जीवनरेखा’ नहीं बनेगा. पॉम्पियो का यह बयान ऐसे समय आया है, जब अमेरिका मादुरो शासन के खिलाफ अपने कड़े कदम उठा रही है.
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मादुरो को पहले ही अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दबाव के चलते सत्ता में बने रहने में कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. भारत को तेल की आपूर्ति करने वालों में वेनेजुएला तीसरा सबसे बड़ा देश है और भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. पॉम्पियो ने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा कि इस मसले पर भारत के विदेश सचिव विजय गोखले से बातचीत हुई है.
हालांकि, उन्होंने बैठक के ब्यौरे के बारे में जानकारी नहीं दी. एक सवाल के जवाब में पॉम्पियो ने कहा कि हम भारत से वही बात कह रहे हैं, जो हमने हर देश से कही है. भारत मादुरो सरकार के लिए आर्थिक जीवनरेखा बनने का काम ना करे. मैंने तो उनसे बस इस बारे में बातचीत की.
उन्होंने कहा कि मुझे बातचीत का ब्यौरा नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह निजी बातचीत थी. पॉम्पियो ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जिस तरह भारत ने ईरान में हमारे प्रयासों को सहयोग किया, उसी तरह वह वेनेजुएला के लोगों के सामने आए वास्तविक संकट को भी समझेगा.