वेनेजुएला में ‘आपात स्थिति” की घोषणा के बाद नये सिरे से रैली करेंगे जुआन गुइदो
काराकस : वेनेजुएला में बिजली के भयावह संकट के पांचवें दिन में प्रवेश के साथ ही विपक्ष के नेता जुआन गुइदो ने सोमवार को नये सिरे से सामूहिक प्रदर्शन का आह्वान किया. गुइदो ने नेशनल असेंबली विधानमंडल में एक भाषण के दौरान कहा कि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध जाहिर करने के लिए कल […]
काराकस : वेनेजुएला में बिजली के भयावह संकट के पांचवें दिन में प्रवेश के साथ ही विपक्ष के नेता जुआन गुइदो ने सोमवार को नये सिरे से सामूहिक प्रदर्शन का आह्वान किया. गुइदो ने नेशनल असेंबली विधानमंडल में एक भाषण के दौरान कहा कि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध जाहिर करने के लिए कल दोपहर तीन बजे वेनेजुएला के सभी लोग सड़कों पर उतरेंगे.
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संसद ने अंतरराष्ट्रीय सहायता पाने का रास्ता निकालने के लिए “आपात स्थिति” घोषित करने के गुइदो के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था. इस अंतरराष्ट्रीय सहायता में से 250 टन सामग्री कोलंबिया और ब्राजील के साथ लगने वाली वेनेजुएला की सीमा पर पिछले एक महीने से अटकी हुई है. गुइदो और विपक्ष के नियंत्रण वाले विधानमंडल के पास इसे लागू करने का कोई तरीका नहीं है, क्योंकि सैन्य एवं सुरक्षा सेवाओं पर मादुरो का नियंत्रण है, जो इस सहायता के देश में पहुंचने में बाधा बनी हुई हैं.
वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर करीब 50 देशों से मान्यता पा चुके गुइदो ने सेना और सुरक्षा सेवाओं से मंगलवार के प्रदर्शनों को रोकने या बाधा डालने से परहेज करने को कहा. स्थिति की व्याख्या “आपदा” के तौर पर करते हुए उन्होंने कहा कि गुरुवार से शुरू हुए लैटिन अमेरिकी इतिहास के सबसे बुरे बिजली संकट ने कई जान ले ली हैं.
हालांकि, सप्ताह के अंत में कुछ हिस्सों में बिजली आपूर्ति बहाल हुई थी, लेकिन सेवाएं रुक-रुक कर दी जा रही थीं और ये केवल कुछ ही घंटे मिल रही थीं. वहीं, नेशनल असेंबली की आपात बैठक भी इस बिजली संकट की भेंट चढ़ गयी, जहां बैठक शुरू होने के एक घंटे के भीतर ही बिजली गुल हो गयी.
उधर, दूसरी ओर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने सोमवार को कहा कि वेनेजुएला में हालात खराब होने की वजह से काराकस स्थित अपने दूतावास से अमेरिका अपने शेष राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुलायेगा. दोनों देशों के बीच पहले से ही बेहद खराब चल रहे रिश्तों में अमेरिका के इस कदम से मौजूदा स्थिति और भी बिगड़ सकती है.
ट्रंप यह पहले ही कह चुके हैं कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से अपदस्थ करने के लिए सैन्य हस्तक्षेप के अलावा अब कोई विकल्प नहीं है. तेल समृद्ध देश वेनेजुएला की आर्थिक स्थिति चरमरायी हुई है, लेकिन इसे रूस और चीन से समर्थन मिल रहा है. अमेरिका ने पहले से ही वेनेजुएला के तेल निर्यात को बुरी तरह प्रभावित करने के लिए प्रतिबंध लगा रखे हैं.