वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन ने कहा है कि पाकिस्तान ने सभी आतंकी संगठनों से दृढ़ता से निपटने और भारत से तनाव कम करने के लिए कदम उठाने का अमेरिका को आश्वासन दिया है. बोल्टन ने ट्वीट में कहा कि उन्हें यह आश्वासन पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने फोन पर बातचीत के दौरान दिया.
अमेरिकी एनएसए ने यह बात ऐसे दिन कही जब भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने यहां अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपिओ से मुलाकात की और पुलवामा हमले के दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करने और पाकिस्तान द्वारा उसकी सरजमीं से काम कर रहे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कदम उठाने की जरूरत पर चर्चा की. बोल्टन ने ट्वीट में कहा, पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी से बात की ताकि पाकिस्तान से काम कर रहे जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सार्थक कदमों को प्रोत्साहित किया जाये. उन्होंने ट्वीट किया, पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान सभी आतंकवादी संगठनों से दृढ़ता से निपटेगा और भारत के साथ तनाव कम करने की दिशा में भी प्रयास जारी रखेगा.
वहीं, इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि कुरैशी का बोल्टन को फोन करने का उद्देश्य हालिया क्षेत्रीय घटनाक्रम पर पाकिस्तान के दृष्टिकोण से उन्हें अवगत कराना था. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कुरैशी के हवाले से कहा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय वायुसेना के पायलट को भारत को सौंपने का निर्णय सद्भावना के तौर पर लिया. पाकिस्तान क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है. विदेश मंत्री ने बोल्टन को भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त के विचार-विमर्श के बाद दिल्ली लौटने की जानकारी भी दी. इससे पहले, गोखले ने अपनी आधिकारिक यात्रा के पहले दिन अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपिओ से मुलाकात की. बैठक पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अमेरिका, पाकिस्तान पर दबाव बनाना जारी रखेगा.
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने कहा, विदेश मंत्री पोंपिओ और भारत के विदेश सचिव गोखले ने पुलवामा हमले के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने के महत्व और पाकिस्तान के उसकी सरजमीं पर सक्रिय आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कदम उठाने की अनिवार्यता पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि पोंपिओ ने आश्वासन दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारतीयों और भारत सरकार के साथ खड़ा है. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है. पाकिस्तान में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.