नयी दिल्ली : जर्मनी ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को यूरोपीय संघ में वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए एक पहल की है. राजनयिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
जर्मनी ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब कुछ ही दिनों पहले चीन ने मसूद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी थी. सूत्रों ने बताया कि मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए जर्मनी यूरोपीय संघ के कई सदस्य देशों के साथ संपर्क में है. यदि ऐसा होता है तो संघ के 28 सदस्य देशों में मसूद के यात्रा करने पर रोक लग जाएगी और इन देशों में उसकी सभी सम्पत्तियां जब्त हो जाएंगी.
इससे पहले फ्रांस ने 15 मार्च को मसूद पर वित्तीय प्रतिबंध लगाये थे और कहा था कि वह आतंकवादी कृत्यों में लिप्त लोगों की ईयू की सूची में मसूद का नाम डालने के लिए अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा.
पुलवामा में 14 फरवरी को हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले के बाद फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका ने मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायद प्रतिबंध समिति में रखा था. सुरक्षा परिषद के 15 में से 14 सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था. केवल चीन ने इसका विरोध किया था.