काराकस : रूसी सेना की तैनाती के बाद मजबूत हुए वेनेुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अमेरिका समर्थित विपक्ष के नेता जुआन गुइदो के सार्वजनिक कार्यालय संभालने पर बृहस्पतिवार को प्रतिबंध लगा दिया. रूसी सेना की तैनाती और गुइदो पर प्रतिबंध की घोषणा के कारण अमेरिका की त्योरियां चढ़ गयी हैं.
मादुरो के महालेखा परीक्षक एल्विस अमोरोसो ने सरकारी टेलीविजन चैनल पर गुइदो पर 15 वर्ष के प्रतिबंध की घोषणा की, जिसके बाद कांग्रेस के अध्यक्ष गुइदो ने तत्काल कहा कि यह घोषणा अवैध है. स्वयं को देश के अंतरिम नेता घोषित करने वाले गुइदो ने कहा, ‘वह महा लेखापरीक्षक नहीं है. वैध कांग्रेस के पास ही महा लेखापरीक्षक नियुक्त करने का अधिकार है.’
इस घोषणा के बाद अमेरिका ने भी कड़ी नाराजगी जतायी है और अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता रोबर्ट पलाडिनो ने इस कदम को ‘बेतुका’ बताया है. उल्लेखनीय है कि मादुरो को रूस, क्यूबा और चीन का समर्थन हासिल है, जबकि गुइदो को अमेरिका और उसके सहयोगियों का समर्थन प्राप्त है.
घरेलू स्तर पर मादुरो अधिक सशक्त हैं, क्योंकि सैन्य प्रमुख उनके वफादार हैं और पिछले सप्ताहांत में 100 रूसी बलों की मौजूदगी ने उनकी स्थिति मजबूत की है.