माओवाद की गलियों से राजनीति के गलियारों तक
आज नक्सलवाद पूरे देश में एक गंभीर समस्या बन गया है और पूरा देश इसकी आंच में तप रहा है. इस समस्या का हल ढूंढ.ने में सरकार अभी तक सिफर साबित हुई है, वहीं नक्सलियों का आतंक आम आदमी को परेशान कर रहा है. ऐसे में शोभापाल जैसी महिलाएं घुप्प अंधेरे में रोशनी की किरण […]
आज नक्सलवाद पूरे देश में एक गंभीर समस्या बन गया है और पूरा देश इसकी आंच में तप रहा है. इस समस्या का हल ढूंढ.ने में सरकार अभी तक सिफर साबित हुई है, वहीं नक्सलियों का आतंक आम आदमी को परेशान कर रहा है.
ऐसे में शोभापाल जैसी महिलाएं घुप्प अंधेरे में रोशनी की किरण के समान हैं. शोभापाल वह महिला है, जिनका पूरा जीवन नक्सलियों के बीच गुजरा. शोभा की शादी एक सक्रिय नक्सली युगल पाल उर्फ मदन पाल से 1986 में हुई थी. उसके बाद से ही शोभा का जीवन नक्सलियों के बीच बीता. शोभा पाल कहतीं है कि मुझे गर्व है कि मैं युगल पाल की पत्नी हूं.
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