बांस खानेवाला पांडा
दोस्तो! तुमने मोबाइल गेम्स में और किड्स चैनल पर कुंग फू पांडा को देखा ही होगा. आज जानते हैं कि वह भालुओं से कैसे अलग है, कहां रहता है और क्या-क्या करता है. बता रही हैं प्रीति पाठक. पांडा मूलत: दक्षिण मध्य चीन के इलाकों में रहते हैं. इनकी आंख, कान और शरीर के काले […]
दोस्तो! तुमने मोबाइल गेम्स में और किड्स चैनल पर कुंग फू पांडा को देखा ही होगा. आज जानते हैं कि वह भालुओं से कैसे अलग है, कहां रहता है और क्या-क्या करता है. बता रही हैं प्रीति पाठक.
पांडा मूलत: दक्षिण मध्य चीन के इलाकों में रहते हैं. इनकी आंख, कान और शरीर के काले धब्बों की वजह से इन्हें आसानी से भालू की श्रेणी से अलग किया जा सकता है. पांडा के काले फर के नीचे काली त्वचा और सफेद फर के नीचे गुलाबी त्वचा होती है. ‘पांडा’ शब्द नेपाली भाषा के ‘पोन्या’ से लिया गया है. इसका मतलब होता है, ‘बांस या पौधे खानेवाला जानवर. पांडा मुख्यत: चीन की सिचुआन पहाड़ियों पर पाये जाते हैं. इसके अलावा यह 27 अन्य देशों में भी पाये जाते हैं.
अजब-गजब आहार
पांडा का 99 फीसदी आहार बांस है. इसे कार्निवोरस कहा जाता है. जिस बांस के मोटे डंठल को हम कुल्हाड़ी की मदद से काट पाते हैं, उसे पांडा बहुत आसानी से एक दिन में 11 से 14 किलो तक खा सकता है. यह कभी-कभी चिड़ियों को भी खा जाता है. इसके गले में बांस की खरोंचों से बचने के लिए खास सुरक्षात्मक परत होती है. देखने में भले ही ये मासूम लगते हों, लेकिन इनके जबड़े इतने मजबूत होते हैं कि ये एल्युमीनियम की प्लेट भी चबा सकते हैं.
कुछ रोचक तथ्य
बड़े पांडा की लंबाई 4-6 फुट होती है. उनकी पूंछ 13 सेमी की होती है.
विशाल पांडा के शरीर के ऊपर फर की एक चादर होती है, जो उसे ठंड से बचाती है.
पांडा पेड़ पर चढ़ कर वहां अपने रहने के लिए घर बनाते हैं.
विशाल पांडा दिन में 40 बार मल त्याग करते हैं. इससे उनकी पाचन क्रिया सुचारु रूप से बनी रहती है.
पश्चिम में पहली बार 11 मार्च 1869 में इसके बारे में पता चला, जब फ्रेंच मिशनरी आम्र्ड डेविड को किसी शिकारी से इसके स्किन मिले थे.
इसके खत्म होने के डर से चीन में इसे संरक्षित रखा गया है.
इनका जीवन काल 28-35 वर्ष तक होता है.
विशाल पांडा के बच्चे अपनी मां
के साथ 3 साल तक रहते हैं.
4-8 वर्ष में ब्री¨डग करते हैं.
पांडा के मल से बायो फ्यूल बनायी जाती है.