थोपे जा रहे हैं, ‘फ़िल्मी’ बच्चे?

प्रभात पांडेय बीबीसी संवाददाता हाल में बॉलीवुड के कई नामचीन कलाकार फ़िल्म ‘लेकर हम दीवाना दिल’ और इसके हीरो अरमान जैन की तारीफ़ों के पुल बांटने लगे. अचानक एक नए अजनबी हीरो को सहारा देने पूरे का पूरा बॉलीवुड उमड़ आया. बाद में पता चला कि अरमान जैन साहब, दरअसल राज कपूर के नाती हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2014 9:43 AM
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हाल में बॉलीवुड के कई नामचीन कलाकार फ़िल्म ‘लेकर हम दीवाना दिल’ और इसके हीरो अरमान जैन की तारीफ़ों के पुल बांटने लगे. अचानक एक नए अजनबी हीरो को सहारा देने पूरे का पूरा बॉलीवुड उमड़ आया.

बाद में पता चला कि अरमान जैन साहब, दरअसल राज कपूर के नाती हैं.

उसी तरह जब जैकी श्रॉफ़ के साहबज़ादे टाइगर श्रॉफ़ की फ़िल्म ‘हीरोपंती रिलीज़ होने वाली थी तो आमिर, सलमान, अनिल कपूर जैसे बड़े कलाकार फ़िल्म रिलीज़ से पहले ही टाइगर को ‘महान कलाकार’ बताने पर आमादा हो रहे थे.

आसान रास्ता

वरुण धवन हों या आलिया भट्ट , अर्जुन कपूर हों या अरमान जैन या फिर टाइगर श्रॉफ़. सभी फ़िल्मी परिवारों से आए हैं.

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सफलता मिले तो ठीक ना मिले तो भी फ़िल्में इन्हें लगातार मिलती जाती हैं.

क्या किसी ग़ैर फ़िल्मी परिवार से आए कलाकार को भी इतनी आसानी से और इतने लगातार मौक़े मिलते हैं जितने इन फ़िल्मी बच्चों को.

थोपे गए कलाकार?

फ़िल्म समीक्षक नम्रता जोशी कहती हैं, "फ़िल्मी कनेक्शन के नाम पर इतने ग़ैर प्रतिभाशाली लोगों को थोपा जा रहा है, परोसा जा रहा है, मुझे उससे बड़ी कोफ़्त होती है."

"अरमान जैन को राज कपूर का नाती कह कह कर जिस तरह से प्रमोट किया गया है ये बात बड़ी खीझ पैदा करती है. वो टैलेंट के नाम पर बिलकुल ज़ीरो हैं."

लेकिन अरमान जैन बीबीसी से बात करते हुए कहते हैं, "ये सच है कि इंडस्ट्री से होने की वजह से मौक़े आसानी से मिल जाते हैं. लेकिन आख़िर हमें भी अपने आपको साबित ही करना पड़ता है."

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बाहरी लोगों के लिए मुश्किल

वहीं अभिनेत्री नेहा शर्मा कहती हैं, "मैं इंडस्ट्री से नहीं हूं. इसलिए मेरे पास कोई फ़िल्मों का ढेर नहीं लगा. मुझे ऑडिशन देना पड़ता है. बार-बार अपने आपको साबित करना पड़ता है. बच्चन या कपूर परिवार से आती तो कुछ और ही बात होती."

हालांकि बीते कुछ सालों में रणवीर सिंह और आयुष्मान खुराना जैसे कलाकार भी आए हैं जो फ़िल्मी बैकग्राउंड से ना होते हुए भी कुछ हद तक कामयाब हैं.

आयुष्मान स्टार किड्स के लिए राह आसान वाली धारणा को खारिज करते हुए कहते हैं, "बल्कि ये तो सिनेमा का बेहतरीन दौर है. अब बल्कि किसी आउटसाइडर के लिए बॉलीवुड में जगह बनाना ज़्यादा आसान है. पहले ज़रूर पूरी इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद होता था."

बहरहाल इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक राज कपूर के नाती अरमान जैन की पहली फ़िल्म ‘लेकर हम दीवाना दिल’ को दर्शक ख़ारिज कर चुके हैं.

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