भारत-अमेरिका ने भविष्य में नए अवसरों के लिए साझा किए विचार

वॉशिंगटन/नयी दिल्ली : अमेरिका के नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन ने कहा है कि उनका हालिया भारत दौरा दोनों देशों की नौसेना के बीच संबंधों को मजबूत करने का एक ‘‘महत्वपूर्ण मौका” रहा . उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री क्षेत्र संबंधी जागरूकता बनाए रखने के लिए एक बहुपक्षीय दृष्टिकोण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2019 7:21 PM

वॉशिंगटन/नयी दिल्ली : अमेरिका के नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन ने कहा है कि उनका हालिया भारत दौरा दोनों देशों की नौसेना के बीच संबंधों को मजबूत करने का एक ‘‘महत्वपूर्ण मौका” रहा . उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री क्षेत्र संबंधी जागरूकता बनाए रखने के लिए एक बहुपक्षीय दृष्टिकोण पर भी विचार साझा करने का मौका मिला. भारत की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान रिचर्डसन ने अपने भारतीय समकक्ष एडमिरल सुनील लांबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर भारत-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते चीनी प्रभाव और दोनों नौसेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास पर चर्चा की.

अमेरिकी नौसेना की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया, ‘‘ यात्रा से भारतीय और अमेरिकी नौसेना के बीच संबंध मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर मिला.” विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘ दोनों देशों के नौसेना प्रमुखों ने मुलाकात कर दोनों नौसेनाओं की साझेदारी बढ़ाने के रणनीतिक महत्व, सूचना के आदान-प्रदान और विनिमय पर ध्यान देने की आवश्यकता पर चर्चा की.
उन्होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री क्षेत्र संबंधी जागरूकता बनाए रखने के लिए एक बहुपक्षीय दृष्टिकोण पर अपने साझा विचारों पर भी चर्चा की.” उन्होंने कहा, ‘‘ स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत के लिए हमारी आपसी प्रतिबद्धता और साझा दृष्टिकोण भविष्य के लिए और अधिक अवसर उत्पन्न करते हैं. हमने यात्रा के दौरान उन विशिष्ट चरणों पर चर्चा की जो हमारी दोनों नौसेनाओं के बीच आगे सहयोग के लिए एक मंच तैयार करेंगे.” गौरतलब है कि चीन संसाधन सम्पन्न हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. बीजिंग को जवाब देने के लिए अमेरिका रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारत द्वारा व्यापक भूमिका निभाने पर जोर दे रहा है

Next Article

Exit mobile version