वाशिंगटन : अमेरिका द्वारा ईरान को धमकी देने के बाद अब युद्ध का खतरा मंडराने लगा है. ऐसे में दुनिया के कई देश खुलकर अमेरिका के साथ या विरोध में आ गये हैं. रूस ने चेतावनी दी है कि ईरान के खिलाफ अमेरिका ने हमला किया, तो भारी तबाही मचेगी. वहीं, सऊदी अरब ने अमेरिका के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि ईरान ने खाड़ी में गंभीर स्थिति पैदा कर दी है. मालूम हो कि ईरान ने अमेरिका के एक शक्तिशाली ड्रोन को मार गिराया है.
ईरान का कहना है कि अमेरिका ड्रोन ईरान में घुस आया था, जबकि पेंटागन का कहना है कि यह घटना अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में घटी. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सख्त लहजे में कहा है कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है.
पुतिन ने अमेरिका को किया आगाह
मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को आगाह किया है कि ईरान पर आक्रमण करने से भारी तबाही मचेगी. रूसी राष्ट्रपति पुतिन तेहरान सरकार के करीबी हैं. उन्होंने कहा कि वाशिंगटन के द्वारा किसी प्रकार के फोर्स का इस्तेमाल क्षेत्र में हिंसा को बढ़ावा देगा और फिर नुकसान की भरपाई कर पाना काफी मुश्किल होगा. दरअसल, अमेरिका ने ईरान की कार्रवाई को अकारण हमला करार दिया है.
ड्रोन को गिराकर ईरान ने बड़ी गलती की: ट्रंप
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान ने अमेरिका के ड्रोन को गिराकर बड़ी गलती की है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि ट्रंप को गुरुवार सुबह में इस घटना के बारे में जानकारी दी गयी. उन्होंने कहा कि प्रशासन कैपिटोल हिल के नीति-निर्माताओं के साथ संपर्क में रहेगा.
ट्रंप ने यह टिप्पणी ट्विटर पर सुबह में की. अमेरिका और ईरान के अधिकारी ने इस घटना पर अलग-अलग बयान दिये हैं. ईरान के रिवूल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि उन्होंने ईरानी हवाई क्षेत्र में ड्रोन को मार गिराया.
- अमेरिकी ड्रोन को मार गिराने के बाद दो खेमे में बंट रहे बड़े देश,
- सऊदी अरब भी बीच में कूदा
- ट्रंप का दिया साथ भारत ने भी ओमान की खाड़ी में तैनात किये दो युद्धपोत
- इस तनाव का पूरी दुनिया पर पड़ेगा असर, ऊर्जा की आपूर्ति होगी प्रभावित
सऊदी मंत्री ने कहा कि जब आप इंटरनेशनल शिपिंग में दखल देंगे, तो इससे ऊर्जा की आपूर्ति पर प्रभाव पड़ेगा. इससे तेल की कीमतें भी प्रभावित होंगी और फिर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका असर होगा. उन्होंने कहा कि ऐसे में दुनिया के हर व्यक्ति पर इसका असर पड़ता है.
सऊदी अरब भी आगे आया, ईरान को घेरा
रूस के आगे आने के बाद अमेरिका का प्रमुख सहयोगी सऊदी अरब भी इस मामले में कूद पड़ा है. सऊदी ने सीधे तौर पर ईरान के आक्रामक रवैये को जिम्मेदार ठहराया. सऊदी ने कहा कि वह इस बारे में परामर्श कर रहा है कि आगे कौन से कदम उठाए जाएं. सऊदी के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर ने आगाह किया कि हॉर्मूज जलडमरूमध्य के करीब तेल टैंकरों पर हमले ने वैश्विक स्थिरता पर चोट की है.